आरयू ब्यूरो
लखनऊ। आज सुबह शहर के अलग-अलग इलाकों में दो लोगों ने फांसी लगाकर जान दे दी। पीजीआई के तेलीबाग खरिका में जहां 45 वर्षीय अधेड़ ने बीमारी के चलते मौत को गले लगाया। वहीं दूसरी आरे ठाकुरगंज पुराना तोपखाना इलाके में दूसरे अधेड़ के जानलेवा कदम की वजह फिलहाल पता नहीं चल सकी है। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
नाले के किनारे पेड़ से लटकी रही थी लाश
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार खरिका निवासी नवाब अली दूध की डेरी पर काम कर परिवार का खर्च चलाता था। आज सुबह वह टहलने की बात कहकर घर से निकला था। कुछ समय बाद लोगों ने देखा कि घर से थोड़ी दूरी पर स्थित नाले के पास एक पेड़ से रस्सी के सहारे नवाब की लाश लटक रही है। घटना की जानकारी लगते ही कुछ ही देर में मौके पर भीड़ लग गई।
भाई ने बताया बिमारी से भी था परेशान
जानकारी पाकर घटनास्थल पर पहुंची पीजीआई पुलिस को मृतक के छोटे भाई राजू ने बताया कि खून की कमी के चलते नवाब काफी समय से बीमार चल रहे थे। इसके साथ ही इधर बीच काफी उलझन में भी रहने लगे थे। समझा जा रहा है कि नवाब ने इन्हीं परेशानियों से तंग आकर जान दी है। हालांकि पुलिस पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने का इंतजार कर रही है।
कमरे में शव देख चीख पड़ी युवती
ठाकुरगंज पुलिस के अनुसार पुराना तोपखाना निवासी जराखन लाल का बड़ा बेटा संतलाल,(44) मजदूरी कर तीन लड़के व एक लड़की का पेट पालता था। आज सुबह संतलाल ने किसी बात से क्षुब्द्ध होकर मकान के तीसरे तल पर बने कमरे में नेवाड़ के पट्टे के सहारे पंखे के हुक से लटकर जान दे दी। संतलाल की छोटी बहन नेहा छत पर कपड़ा फैलाने पहुंची तो कमरे में भाई का शव फंदे से लटकता देख उसकी चीख निकल गई। पुलिस के अनुसार संतलाल ने किन परिस्थतियों में जान दी, इसका पता लगाया जा रहा है।