आरयू संवाददाता,
लखनऊ। रूक-रूक कर हो रही बारिश और नगर निगम की लापरवाही के चलते शुक्रवार को पुराने लखनऊ के इलाकों में एक के बाद एक कर तीन जर्जर मकान ढह गए। मलबे मे दबकर दो मासूमों समेत चार लोगों की दर्दनाक मौत हो गई और आधा दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। शहर मे एक ही दिन मे लगातार तीन मकान गिरने की खबर के बाद हड़कंप मच गया।
दो मकान हुसैनगंज थाना क्षेत्र मे धराशाई हुए, जबकि एक जर्जर मकान अमीनाबाद के गणेशगंज मे गिरा। हादसों की सूचना पाकर मौके पर पहुंची स्थानीय पुलिस ने लोगों की सहायता से मलबे में दबे करीब आधा दर्जन घायलों को निकालकर सिविल अस्पताल मे भर्ती कराया गया है। जहां कुछ की हालत नाजुक बताई जा रही है। वहीं हादसों में जान गंवाने वालों के शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिए गए हैं।
बताया जा रहा है कि आज अमीनाबाद के गणेशगंज मे सुरक्षा गार्ड सर्वेश के मकान की छत ढह गई। जिसके मलबे मे दबकर उनकी मासूम बेटी आशी (08) की मौत हो गई, जबकि उनकी पत्नी सरिता गंभीर रूप से घायल हो गई। जिसका अस्पताल में इलाज चल रहा है।
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मकान गिरने की दूसरी घटना हुसैनगंज के उदयगंज मे हुई यहां जर्जर मकान की छत गिरने से मूल रूप से बहराईच निवासी इम्तेयाज (22) और शहाबुद्दीन (25) की जान चली गयी, जबकि मकान में मौजूद चार अन्य लोग घायल हो गए। जिन्हें सीविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
वहीं तीसरी घटना भी हुसैनगंज इलाके के भेड़ी मंडी मे हुई। यहां मकान का एक हिस्सा ढहने से मां निर्मला के साथ स्कूल जा रही आठ साल की बच्ची वैष्णवी की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि मलबे की चपेट में आने से मां भी घायल हो गयी।
हादसों के बाद लोगों में गम और गुस्सा
हादसों में दो मासूमों समेत चार लोगों की मौत होने के बाद स्थानीय लोगों में गम और गुस्सा है। मृतकों के परिजनों में जहां कोहराम मचा है। वहीं लोगों का कहना था कि जर्जर इमारतों में रहने वालों के साथ ही राहगीरों के सिर पर मौत बनकर मंडरा रही इमारतों के बारे में नगर निगम को जानकारी देने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गयी। नगर निगम के साथ ही अगर जिला प्रशासन अपनी जिम्मेदारी निभाता तो आज इतना बड़ा हादसा न होता।
घायलों को हाल जानने पहुंची कैबिनेट मंत्री, दिए निर्देश
दूसरी ओर हादसों की जानकारी लगने पर कैबिनेट मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने सिविल अस्पताल पहुंचकर घायलों का हाल जानने के साथ ही डॉक्टरों को समुचित इलाज और देखभाल के निर्देश दिए। वहीं कैबिनेट मंत्री ने घटनास्थलों पर पहुंचकर लोगों से मुलाकात कर हादसों के संबंध में जानकारी ली। इस दौरान जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा व मेयर संयुक्ता भाटिया समेत अन्य अफसर भी मौजूद रहें।
कैबिनेट मंत्री ने डीएम को निर्देश देते हुए कहा कि घायलों के साथ ही मृतक के परिजनों को जल्द से जल्द मुआवजा दिलाया जाए। साथ ही उन्होंने जर्जर मकानों पर कार्रवाई के अलावा अधिकारियों को उसमें रह रहे लोगों से अपील की है कि वो कम से कम बरसात के दिनों में जानलेवा हो चुके मकान से दूर रहें।
नीचें वीडियों में देखे मलबे से घायल को निकालते लोग
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