आरयू ब्यूरो,
वाराणसी। लोकसभा चुनाव से पहले तेजी से मजबूत हो रही महागठबंधन की उम्मीद पर रविवार को प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के पड़ोसी जनपद चंदौली में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने हमला बोला है।
अमित शाह ने मुगलसराय रेलवे स्टेशन का नामकरण पंडित दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर किये जाने के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में विरोधियों पर हमला बोलते हुए कहा कि आज पूरा विपक्ष देश भर में भ्रम फैला रहा है कि सपा, बसपा इकट्ठा होंगे तो उत्तर प्रदेश के चुनावी समीकरण पर क्या असर होगा।
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अमित शाह ने दावा करते हुए कहा कि सिर्फ बुआ (बसपा प्रमुख मायावती) और भतीजा (सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव) ही नहीं राहुल गांधी भी मिल जाएं तो भी हमारी यूपी में 73 की जगह 74 सीटें होंगी, 72 नहीं होंगी। मैं उनको चुनौती देता हूं कि आ जाओ गंगा-यमुना के मैदानों में यहां भाजपा की जीत के अलावा और कुछ नहीं हो सकता।
अमित शाह इतने पर ही नहीं रूके उन्होंने इस दौरान बांग्लादेशियों के मुद्दे पर भी कहा कि इस मुगलसराय की धरती से मैं सपा, बसपा और कांग्रेस से पूछना चाहता हूं कि आप घुसपैठियों को यहां रखना चाहते हो, या निकालना। यूपी की जनता का जवाब मुझे मालूम है, जवाब यह है कि एक भी घुसपैठियों को इस देश में नहीं रखना चाहिए।
कांग्रेस समर्थन करे या ना करे,…
कार्यक्रम के दौरान अमित शाह ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए भी कहा कि मोदी सरकार ने ओबीसी बिल को लोकसभा में पारित कराया है। यह बिल अब राज्यसभा में जाएगा। क्या (कांग्रेस अध्यक्ष) राहुल गांधी देश के सामने स्पष्ट करेंगे कि कांग्रेस ओबीसी विधेयक को राज्यसभा में पारित कराने में सहायता करेगी या नहीं। वहीं से तय हो जाएगा कि कांग्रेस पिछड़ों का कल्याण चाहती है कि नहीं। भाजपा अध्यक्ष ने आगे कहा कि मैं आश्वस्त करना चाहता हूं कि कांग्रेस समर्थन करे या ना करे, मगर सरकार पिछड़ा बिल पारित करके सम्मान देने का काम करने जा रही है।
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कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पाण्डेय, केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या समेत भाजपा के अन्य मंत्री, विधायक, वरिष्ठ नेता व कार्यकर्ता मौजूद रहें।