आरयू वेब टीम।
मकर संक्रांति पर पटना में आज शाम बड़ा नाव हादसा हो गया। एनआईटी घाट के पास सवारियों से ओवरलोड नाव गंगा में डूब गई। इस हादसे में शाम से रात तक 21 लोगों की लाशें नदी से निकाली जा चुकी है, जबकि दो दर्जन से ज्यादा लोग अब भी लापता है।
उनकी तालाश में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम लगी हुई है। अनुमान लगाया जा रहा है कि हादसे में जान गंवाने वालों की संख्या बढ़ सकती है। हादसे के समय नाव में सवार करीब 70 लोग दियारा में आयोजित पतंगोत्सव से लौट रहे थे।
गनीमत रहा कि तैराकी जानने के चलते करीब डेढ़ लोगों ने अपनी जान बचा ली, हालांकि कुछ लोगों के पानी से निकलने के बाद उन्हें अस्पतालों में भर्ती कराना पड़ा है।
हादसा के पीछे पटना पुलिस व प्रशासन की बड़ी लापरवाही भी सामने आ रही है। मकर संक्रांति के दिन हुए इस हादसे से शहर भर में शोक की लहर है। हादसे का एक भयावह पहलू यह भी रहा कि घाटों पर मौजूद हजारों लोगों ने बेबसी के बीच लोगों को मरते देखा।
हादसे के बाद चार दिन चलने वाले पतंगोत्सव को आज ही निरस्त कर दिया गया है। प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार ने हादसे की जांच के आदेश दिए है। अभी तक मिली जानकारी के अनुसार नाव में छेद हाने की बात भी सामने आ रही है।