आरयू वेब टीम।
अंतरराष्ट्रीय स्तर के एथलीट पालेंद्र चौधरी ने दिल्ली के जवाहरलाल नेहरु स्टेडियम स्थित साई हॉस्टल के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। घटना मंगलवार रात की बताई जा रही है। सूचना पर पहुंची पुलिस मामले की जांच कर रही है। फिलहाल पालेंद्र की सुसाइड की वजह पता नहीं चल पा रही है।
पुलिस ने बुधवार को मीडिया को बताया कि मंगलवार रात करीब नौ बजे पीसीआर को दिल्ली के एसजे अस्पताल से फोन आया कि पालेंद्र चौधरी नाम के एक शख्स को यहां इलाज के लिए दाखिल कराया गया है। पालेंद्र को उसके कोच हरकमलजीत सिंह मरणासन्न अवस्था में अस्पताल लाए थे।
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नहीं मिला सुसाइड नोट
पुलिस उपायुक्त विजय कुमार ने मीडिया को बताया पुलिस मौके पर पहुंची थी। जहां जांच के दौरान पता चला कि पालेंद्र चौधरी जवाहर लाल नेहरू छात्रावास के कमरा नंबर 69 में नवंबर 2016 से रहकर 100 मीटर एवं 200 मीटर दौड़ का प्रशिक्षण ले रहा था। पुलिस को उसके पास से अब तक कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। उसने यह कदम क्यों उठाया, इसकी जांच की जा रही है।
क्रेप बैंडेज को बनाया मौत का सामान
साथ ही पुलिस ने यह भी बताया कि क्रेप बैंडेज की मदद से चौधरी ने फांसी लगाई थी। जांच में पाया गया कि एक महिला मित्र ने छात्रावास के कमरे में उसे लटकता हुआ पाया और उसने ही लोगों को इसकी जानकारी दी।
एसजे अस्पताल में थमी सांसें
इसके बाद चाकू से बैंडेज को काटकर उसे नीचे उतारा गया और कोच व अन्य गार्ड की सहायता से जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम के चिकित्सा केंद्र पहुंचाया गया। जहां प्रारंभिक उपचार के बाद चौधरी को आगे के इलाज के लिए एसजे अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। जहां उपचार के दौरान बुधवार को पालेंद्र की मौत हो गयी।
100 और 200 मीटर की दौड़ में कर चुका था देश का प्रतिनिधित्व
एक अधिकारी ने मीडिया को बताया कि पालेंद्र ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 100 मीटर और 200 मीटर की दौड़ में भारत का प्रतिनिधित्व किया है। उसने साल 2017 में बैंकॉक में यूथ एशिया एथलेटिक मीट में भारत का प्रतिनिधित्व किया था।
शुरू करने वाला था सेना की ट्रेनिंग
इसके अलावा उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के रहने वाले पालेंदर का हाल ही में स्पोर्ट्स कोटा से सेना में चयन हुआ था। जल्दी ही वह ट्रेनिंग पर जाने वाले थे।