आरयू वेब टीम,
नयी दिल्ली। 35 साल की उम्र में तीन बच्चों की मां होने के बावजूद भारत की सुपरस्टॉर मुक्केबाज एमसी मेरीकॉम (48 किग्रा) आज भी दुनिया के किसी मुक्केबाज से कम नहीं हैं। ये बात शनिवार को उन्होंने एक बार फिर साबित कर दी है।
आज मेरीकॉम ने केडी जाधव हाल में दसवीं महिला वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप के फाइनल में यूक्रेन की युवा हाना ओखोटा को 5-0 से पस्त कर रिकार्ड छठा स्वर्ण पदक अपनी झोली में डाला। मुकाबला अपने नाम करने के बाद मेरीकॉम काफी भावुक हो गयीं और खुशी की वजह से उनके आंसू थम नहीं रहे थे। उन्होंने इस पदक को देश को समर्पित किया। वहीं देशभर से इस मुक्केबाज को बधाई मिलने का सिलसिला शुरू हो चुका है, जबकि सोशल मीडिया पर भी कुछ ही देर में मेरीकॉम छा गयी हैं।
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‘मैग्नीफिशेंट मेरी’ ने आज क्यूबा के महान पुरूष मुक्केबाज फेलिक्स सेवोन की बराबरी कर ली जो विश्व चैंपियनशिप में छह खिताब जीत चुके हैं। इससे पहले वह आयरलैंड की केटी टेलर के साथ बराबरी पर थी जो पांच बार विश्व चैंपियन रह चुकी हैं।
मेरीकॉम ने खचाखच भरे स्टेडियम में घरेलू दर्शकों के सामने दूसरा स्वर्ण पदक हासिल किया। यह उनका विश्व चैंपियनशिप में सातवां पदक है, इससे पहले वह पांच स्वर्ण के साथ ही एक रजत पदक भी अपने नाम कर चुकी थी।
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लंदन ओलंपिक की कांस्य पदकधारी मेरीकॉम को अपार अनुभव का फायदा मिला। उन्होंने कोच की रणनीति के अनुसार खेलते हुए लाइट फ्लाईवेट फाइनल में अपने से 13 साल छोटी हाना को 5-0 से पराजित किया जो युवा यूरोपीय चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता है। मेरीकॉम ने हाल में सितंबर में पोलैंड में हुई सिलेसियान मुक्केबाजी चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में यूक्रेन की इस मुक्केबाज को हराकर फाइनल में प्रवेश कर स्वर्ण पदक हासिल किया था।