आरयू ब्यूरो, लखनऊ। महिलाओं के साथ हो रही आपराधिक घटनाओं को लेकर गुरुवार को कांग्रेस ने योगी सरकार को घेरा है। आज अपने एक बयान में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि महिलाओं के खिलाफ बलात्कार, हिंसा, छेड़छाड़ व हत्या भाजपा सरकार में उत्तर प्रदेश की पहचान बन गया है। आज खुद भाजपा सरकार ने संसद में यह स्वीकार किया कि रेप के मामलों में यूपी नंबर वन है।
लल्लू ने आगे कहा कि यूपी में साल 2019 तक 66994 रेप के मामले लंबित थे। आपराधिक कानून अधिनियम 2018 के अनुसार यूपी में 218 फास्ट ट्रैक कोर्ट का गठन होना था, जिसमें एक का भी गठन नहीं हुआ। यह भाजपा का बेटी पढ़ाओ-बेटी बचाओ की मुहिम की पोल खोलता है। एक तरफ जहां भाजपा बेटी पढ़ाओ-बेटी बचाओ के विज्ञापनों और प्रचार-प्रसार पर करोड़ों रूपये बहा रही। वहीं दूसरी ओर महिलाओं और बच्चियों के साथ रोजाना हो रहे रेप, हत्या, सामूहिक बलात्कार, छेड़छाड़ आदि घटनाओं को रोकने में पूरी तरह विफल साबित हो रही।
रोजाना बलात्कार और हत्या की घटनाएं बन रहीं सुर्खियां
हमला जारी रखते हुए लल्लू ने कहा कि रोजाना बलात्कार, सामूहिक बलात्कार और हत्या की घटनाएं मीडिया की सुर्खियां बन रहीं। राजधानी लखनऊ के निगोहां में युवती से रेप, राजधानी के ही बख्शी का तालाब में चचेरी बहन के सामने किशोरी के साथ जबरन बलात्कार किया गया। जनपद मऊ के मधुबन में दो नाबालिग सगी बहनों के साथ बार-बार गैंगरेप किया गया। जनपद महोबा में हथियार के बल पर नाबालिग किशोरी के साथ सामूहिक बलात्कार, रायबरेली में महिला सिपाही से बलात्कार, भदोही में भाजपा विधायक के द्वारा दुष्कर्म पीड़िता पर मुकदमा वापस लिये जाने का दबाव बनाये जाने की घटना यह दर्शाती हैं कि महिलाओं के प्रति योगी आदित्यनाथ सरकार में अपराध किस कदर बढ़ रहे हैं।