आरयू ब्यूरो, लखनऊ। मुरादाबाद जिले में डॉक्टरों की टीम और पुलिसकर्मियों पर पथराव की घटना का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लिया है। मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग व पुलिसकर्मी पर हुए हमले पर नाराजगी जाहिर करते हुए इसकी निंदा की है। साथ ही कहा कि दाषियों पर एनएसए के तहत कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर्स व कर्मी, सभी सफाई अभियान से जुड़े अधिकारी और कर्मचारी, सुरक्षा में लगे सभी पुलिसकर्मी इस आपदा की घड़ी में दिन-नात सेवा कार्य में जुटे हैं। इन पर हमला करना अक्षम्य अपराध है। जिसकी घोर निंदा की जाती है। साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे दोषी व्यक्तियों के खिलाफ आपदा नियंत्रण अधिनियम और राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) के तहत कार्रवाई की जाएगी।
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वहीं एंबुलेंस और पुलिस की दो गाड़ियां क्षतिग्रस्त होने को लेकर योगी ने कहा कि उनके द्वारा किए गए राजकीय संपत्ति के नुकसान की भरपाई भी उनसे सख्ती से की जाएगी। सीएम ने कहा कि जिला पुलिस प्रशासन ऐसे उपद्रवी तत्वों को तत्काल चिन्हित करे और हर नागरिक की सुरक्षा के साथ ही उपद्रवी तत्वों पर पूरी सख्ती भी करे।
ये था पूरा मामला
बताते चलें कि मुरादाबाद में नागफनी थाना क्षेत्र के नवाबपुरा के रहने वाले एक शख्स हाल ही में दिल्ली से लौटा था। इसके बाद उसकी तबियत बिगड़ी तो उसे तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया था। सोमवार को उसकी मौत हुई थी और कल कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई। आज स्वास्थ्य विभाग की टीम उनके परिवार के अन्य सदस्यों को क्वारेंटाइन करने के लिए लेने पहुंची थी। जब टीम परिवार के लोगों को लेकर जा रही थी, तभी आसपास के लोग इकठ्ठा हो गए और विरोध करने लगे। इसके बाद मौके पर मौजूद पुलिस ने उन्हें समझाने का प्रयास किया, लेकिन भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया। इस पथराव में एम्बुलेंस और पुलिस की दो गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गई। इसमें एक डॉक्टर सहित तीन पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।