आरयू, इंटरनेशनल डेस्क।
लंबे समय से हाफिज सईद को आतंकी मानने से इंकार कर रहे पाकिस्तान ने आखिरकार उसे आतंकी मान ही लिया। 2008 में मुंबई में हुए आतंकी हमले के मास्टरमाइंड सईद को पाकिस्तान सरकार ने पहले से ही नजरबंद कर दिया है। जमात-उद-दावा के चीफ हाफिज साईद के खिलाफ लाहौर हाईकोर्ट में हलफनामा देकर पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने कहा है कि सईद न सिफ आतंकवाद बल्कि आतंकी गतिविधियों से भी जुड़ा है।
ये है पूरा मामला
जमात-उद-दावा ने पाकिस्तान सरकार के खिलाफ कोर्ट में याचिका दायर की थी कि हाफिज सईद को कई महीनों से अवैध तरीके से हिरासत में रखा जा रहा है। इस के जवाब में पाकिस्तान सरकार ने कोर्ट में कहा है कि हाफिज सईद के खिलाफ अशांति फैलाने के पर्याप्त सबूत हैं और उस पर आतंकवादी निरोधक कानून के तहत कार्रवाई की गयी है।
30 जनवरी से है नजरबंद
बताते चले कि हाफिज सईद को नवाज सरकार ने 30 जनवरी से लाहौर में नजरबंद कर रखा है। बाद में भारत, अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र के लंबे समय के दबाव में पाकिस्तान ने हाफिज सईद का नाम आतंकवाद रोधी अधिनियम (एटीए) की चौथी अनुसूची पर शामिल कर दिया।
मुंबई हमले के मास्टर माइंड के रूप में सामने आया था नाम
गौरतलब है कि 26/11 को मुंबई हमले में मास्टर माइंड के रूप में सईद का नाम सामने आने के बाद भारत पाकिस्तान से लगातार सईद की मांग कर रहा था। जबकि पाक उसे आतंकी मानने को ही तैयार नहीं था। इस हमले में छह अमेरिकी नागरिक समेत 166 लोगों ने अपनी जान गंवाई थी। इसके अलावा हाफिज सईद को कश्मीरियों के बीच अलगाववादी गतिविधियों में भड़काने के लिए भी जिम्मेदार माना जाता है।