आरयू वेब टीम। लेह दौरे से लौटे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलने राष्ट्रपति भवन पहुंचे। लगभग आधे घंटे की इस बैठक को लेकर अंदाजा लगाया जा रहा है कि पीएम और राष्ट्रपति के बीच भारत-चीन व कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा हुई हैं।
प्रधानमंत्री आज पूर्वान्ह 11.30 बजे राष्ट्रपति भवन पहुंचे। राष्ट्रपति भवन ने बैठक के बाद ट्वीट किया, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति कोविंद से मुलाकात की और उन्हें राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय महत्व के मुद्दों से जुड़ी जानकारी दी।’’ जिसके बाद लोगों में बैठक के मुद्दे को लेकर तरह-तरह के कयास लगाने का दौर शुरु हो गया है।
जाहिर है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिन पहले ही लेह से लौटे हैं। पीएम मोदी शुक्रवार सुबह अचानक लेह पहुंच गए थे। इस दौरान उन्होंने सीमा पर तैनात सैनिकों को संबोधित किया। बाद में उन्होंने घायल सैनिकों से भी मुलाकात की। हालांकि सैनिकों से मिलने के दौरान सामने आयी फोटो ने सवाल भी खड़े किए।
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उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री शुक्रवार सुबह लद्दाख के निमू पहुंचे थे। यह लेह से द्रास की तरफ पड़ता है। यह बॉर्डर की फॉरवर्ड लोकेशन है। इस दौरान उन्होंने आर्मी, एयरफोर्स और आईटीबीपी के जवानों से बात की। पीएम मोदी ने इस दौरान अधिकारी हरिंदर सिंह से बॉर्डर के हालात पर ताजा अपडेट भी लिया।
इस दौरान सीमा पर तैनात सैनिकों को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि 14 कोर की जांबाजी के किस्से हर तरफ हैं। दुनिया ने आपका अदम्य साहस देखा है। आपकी शौर्य गाथाएं घर-घर में गूंज रही है। आपकी इच्छाशक्ति हिमालय की तरह मजबूत और दृढ़ है, पूरे देश को आप पर गर्व है। इस दौरान उन्होंने यह भी जानकारी दी कि सीमावर्ती इलाकों में इन्फ्रास्ट्रक्चर काफी तेजी से बढ़ाया गया है। इसके विकास पर अब पहले के मुकाबले तीन गुना खर्च बढ़ा दिया गया है।
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बता दें, गलवान घाटी में 15 जून को चीनी और भारतीय सैनिकों के बीच हुई हिंसक भिड़ंत के बाद लद्दाख में एलएसी पर वायुसेना हाई अलर्ट पर है। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक फॉरवर्ड बेस पर जाकर चीन को सीधी चुनौती दी है। इन इलाकों में वायुसेना के कई लड़ाकू विमानों को तैनात किया गया है। चीन की सरहद से सटे वायुसेना के इस फॉरवर्ड एयर बेस पर जबरदस्त हलचल है और वायुसेना के लड़ाकू विमान लगातार यहां गश्त लगा रहे हैं।