आरयू ब्यूरो,लखनऊ। कोरोना वायरस की सेकंड वेब का खतरा कम होने के बाद यूपी में मंगलवार से 6वीं से आठवीं तक के स्कूल भी खोल दिए गए हैं। स्कूल खोलने के लिए योगी सरकार की ओर से विशेष गाइडलाइन जारी की गई है। जिसके तहत स्कूलों में थर्मल स्कैन, सैनेटाइजर व अभिभावकों के सहमती पत्र के साथ ही कोविड प्रोटोकॉल के पालन के साथ छात्रों को स्कूलों में आज प्रवेश मिला।
वहीं आज लखनऊ के क्राइस्ट चर्च स्कूल में कोविड- नियमों का पालन कर छात्र-छात्राएं स्कूल पहुंची, जहां थर्मल स्कैन के साथ सैनेटाइजर का इस्तेमाल किया गया, जबकि हजरतगंज स्थित भारतीय बालिका विद्यालय में कोविड के नियमों का पालन करते हुए बच्चों को टीचर पढ़ातीं हुई नजर आईं। वहीं हजरतगंज स्थित नेशनल इंटर कॉलेज में स्कूल लगने से पहले कॉलेज परिसर में छात्र और छात्राओं को पीटी परेड कराई गई। इसके साथ ही कक्षाओं के बाहर भी सेनेटाइजेशन की व्यवस्था गई है।
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कोरोना का संक्रमण बढ़ने के बाद स्कूलों को बंद करने का फैसला लिया गया था, जिसके बाद ऑनलाइन पढ़ाई हो रही थी, लेकिन एक बार फिर से स्कूल खुलने से बच्चे भी बेहद खुश नजर आ रहे हैं। बच्चों का कहना है कि ऑनलाइन पढ़ाई में उन्हें कई तरह की कठिनाई आ रही थी, लेकिन अब विद्यालय खुलने से उनकी समस्याएं दूर होंगी और वह शिक्षकों से अपनी समस्याओं का समाधान व दोस्तों से मिल सकेंगे।
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वहीं, बच्चों के लिए मास्क अनिवार्य किया गया है। शासन के निर्देश के क्रम में विद्यालयों में दो शिफ्टों में कक्षाएं संचालित होंगी। जिन स्कूलों में छात्र संख्या कम हैं, वहां पर एक ही शिफ्ट में स्कूल चलेंगे।
गौरतलब है कि बारहवीं कक्षा तक के स्कूल पहले ही 16 अगस्त से खोल दिए गए हैं। विद्यालय में राज्य सरकार की गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन किया जा रहा है, ताकि बच्चों में किसी तरह से संक्रमण फैलने का दोबारा कोई खतरा न हो। इस दौरान वही बच्चे स्कूल आ रहे हैं जिनके अभिभावकों ने स्कूल भेजने का सहममि पत्र दे रखा है।