आरयू एक्सक्लूसिव, लखनऊ। लखनऊ विकास प्राधिकरण के इंजीनियरों की मिलीभगत कहें या फिर लापरवाही के चलते जनेश्वर मिश्र पार्क में इंट्री के नाम पर जनता से मनमानी वसूली की जा रही है। मासूमों को जहां पार्क में प्रवेश के लिए टिकट के नाम पर जेब कटानी पड़ रही है, वहीं बड़ों को भी नियमों के विपरीत सभी फ्री ऑवर्स में पार्क में मुफ्त प्रवेश नहीं मिल रहा।
एशिया के सबसे बड़े पार्क में ऐसी वसूली तब चल रही है, जबकि इसकी देख-रेख के लिए न सिर्फ इंजीनियर व बड़ी संख्या में कर्मचारियों की तैनाती है, जबकि इसी पार्क में तमाम वरिष्ठ अधिकारी भी सुबह-शाम टहलने जाते हैं। हैरत की एक बात यह भी है कि पार्क के गेटों पर एलडीए उपाध्यक्ष के नाम से ही बोर्ड लगाकर अवैध वसूली को आम जनता की नजर में वैध करार देने की भी कोशिश की गयी है।
यह है पूरा मामला-
पिछले महीने से एलडीए ने अपने कर्मचारियों को जनेश्वर मिश्र पार्क की इंट्री टिकट काटने के काम से हटाकर एक प्राइवेट कंपनी जीएम इंफ्राटेक को इसका एक, दो नहीं बल्कि पूरे तीन सालों के लिए ठेका दे दिया था। इसी के साथ ही मनमानी भी शुरू हो गयी। कंपनी की ओर से 12 साल तक के बच्चों से भी पार्क में इंट्री के नाम पर दस रूपये की वसूली की जा रही है, जबकि तय नियम-शर्तों के अनुसार 12 साल तक के बच्चों की सुबह पार्क खुलने से लेकर शाम बंद होने तक इंट्र्री फ्री होनी चाहिए। ऐसे में लखनऊ समेत आस-पास के जिलों से आने वाले सैकड़ों मासूमों की रोज जेब कट रही है। मंगलवार को भी मासूमों से टिकट वसूली का दौर चलता रहा, जिसकी पुष्टि एलडीए के जिम्मेदार अधिकारी गेटों पर लगे सीसीटीवी की फुटेज से कर सकते हैं।
इस तरह बड़ों से भी हो रही एक घंटे की अवैध वसूली-
मासूमों के अलावा प्राइवेट कंपनी पार्क में आने वाले लोगों से भी इंट्री टिकट के नाम पर एक घंटे की अवैध वसूली कर रही है। यह वसूली शाम पांच से छह या फिर इसके बाद भी चल रही, जबकि एलडीए व प्राइवेट कंपनी के बीच किए गए अनुबंध के अनुसार ठंड (एक अक्टूबर से 31 मार्च) में शाम पांच बजे के बाद से लेकर रात आठ बजे तक हर किसी के लिए पार्क में इंट्री फ्री होनी चाहिए थी।
गेट पर अपने हिसाब से लिखी टाइमिंग-
जनेश्वर मिश्र पार्क के गेटों पर लगाए गए बोर्ड पर ठेकेदार की ओर से अपने हिसाब से टाइमिंग लिखी गयी है। इसके अनुसार पांच की जगह शाम छह बजे तक पार्क में इंट्री के लिए टिकट खरीदना होगा। इसके अलावा बच्चों को भी इंट्री फ्री देने की बात नहीं दर्ज की गयी है, हालांकि वरिष्ठ नागरिक, एलडीए के अधिकारी-कर्मचारी, पत्रकार व दिव्यांगों को जरूर मुफ्ट इंट्री समेत कुछ अन्य नियम-शर्तों की बात बोर्ड पर अंकित की गयी।
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वहीं इस मामले में जनेश्वर पार्क व जोन एक के प्रभारी अधिशासी अभियंता अवनींद्र कुमार सिंह का कहना है कि प्राइवेट कंपनी ने अपनी मर्जी से गेटों पर बोर्ड लगवा दिया था, जिसे हटवाया जा रहा है। इसके अलावा ठेकेदार को नोटिस भी जारी की जा रही है। 12 साल तक के बच्चों का पार्क में प्रवेश मुफ्त है, साथ ही शाम पांच बजे के बाद टिकट नहीं काटा जा सकता।
जानें क्या कहते हैं नियम-
एक अक्टूबर से 31 मार्च तक पार्क सुबह छह से शाम आठ बजे तक खुलेगा, जबकि इंट्री टिकट सुबह साढ़े आठ से शाम पांच बजे तक ही लिया जा सकता है, बाकी टाइम इंट्री फ्री है।
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वहीं एक अप्रैल से 30 सितंबर तक पार्क सुबह पांच से रात नौ बजे तक खुलेगा। इस दौरान सुबह साढ़े आठ से शाम सात बजे तक ही अब टिकट लिया जा सकेगा, हालांकि पहले गर्मी के दिनों में भी शाम पांच बजे तक ही जनता को टिकट खरीदना पड़ता था।
इनके लिए रहेगी इंट्री फ्री-
भले ही अभी मनमानी वसूली चल रही है, लेकिन एलडीए व प्राइवेट कंपनी के बीच हुए पिछले महीने के अनुबंध के अनुसार 12 साल तक के सभी बच्चों के अलावा, सीनियर सिटीजन, पत्रकार, एलडीए के अधिकारी-कर्मचारी व विशिष्ट अतिथियों को जनेश्वर मिश्र पार्क में प्रवेश करने के लिए टिकट खरीदने की आवश्यकता नहीं है।
प्रवेश के लिए नहीं लेना होगा टिकट-
वहीं साल में पड़ने वाले सभी राष्ट्रीय अवकाश के अलावा जनेश्वर मिश्र की जन्म व पुण्यतिथि पर पार्क में हर किसी के लिए इंट्री फ्री रहेगी।
क्या कहते हैं चीफ इंजीनियर-
वहीं मनमानी वसूली के इस पूरे मामले को गंभीर मानते हुए एलडीए के चीफ इंजीनियर इंदू शेखर सिंह ने कहा है कि ठेकेदार को नोटिस देने के साथ जुर्माना लगाने के लिए भी पार्क से संबंधित एई मांगे राम को निर्देश दिए गए हैं। साथ ही यह भी कहा गया है कि भविष्य में गड़बड़ी मिली तो टेंडर कैंसिल कर दिया जाएगा।