आरयू वेब टीम।
देश की बड़ी मर्डर मिस्ट्री में से एक आरुषि-हेमराज हत्याकांड में डॉ. तलवार दंपत्ति की अपील के बाद आज इलाहाबाद हाईकोर्ट का फैसला आने वाला है। इस फैसले से पहले आइये जानते हैं आरुषि हत्याकांड में कब क्या हुआ।
नोएडा जिले के जलवायु इलाके में 16 मई 2008 को 14 वर्षीय आरुषि की घर में ही रक्तरंजित लाश मिली। पुलिस इस सनसनीखेज हत्या की पड़ताल ही कर रही थी कि अगले ही दिन छत से नौकर हेमराज का भी शव मिला।
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शक की सूई घूमने पर केस की जांच के दौरान पुलिस ने आरुषि के पिता राजेश तलवार को गिरफ़्तार किया, लेकिन रहस्यमयी हत्याकांड की जांच उलझती जा रही थी। केस की पेचीदगी को देखते हुए 29 मई 2008 को तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी। सीबीआई की जांच के दौरान तलवार दंपति पर हत्या के केस दर्ज हुआ।
सीबीआई कोर्ट ने 26 नवंबर 2013 को नूपुर और राजेश तलवार को उम्रकैद की सजा सुनाई। इस फैसले के खिलाफ दंपत्ति ने हाई कोर्ट में अपील दायर की। राजेश और नुपुर फिलहाल गाजियाबाद की डासना जेल में सजा काट रहे हैं।
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