आरयू नेशनल डेस्क।
मोदी सरकार के 500 और 1000 रुपये की नोटबंदी के बाद ज्यादातर खाली रहने वाले जनधन खातों में जर्बदस्त धनवर्षा हुई है। इन खातों में करीब 21 हजार करोड़ रुपये जमा करा दिये गये है। समझा जा रहा है कि यह पैसा कालाधन हो सकता है।
देश भर के जनधन खातों में सबसे ज्यादा ममता बनर्जी के राज्य पश्चिम बंगाल में पैसा जमा किया गया है। जबकि दूसरे नम्बर पर कर्नाटक को बताया जा रहा है।
हालांकि अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। मीडिया में आती खबरों के अनुसार 13 दिन में ही इन खातों में जमा रकम में 21,000 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई है।
बता दे कि अगर यह साबित हो जाता है कि खातों में जमा रकम खाताधारकों कि नहीं हैं और एकाउंट का इस्तेमाल सिर्फ दूसरे की ब्लैक मनी को सफेद करने के लिये किया गया है, तो दोनों पक्षों को आयकर की धारा के तहत दंड भुगतना पड़ेगा।
गौरतलब है कि देश में बैंकिंग को बढ़ावा देने के लिए 28 अगस्त 2014 को प्रधानमंत्री ने जन धन योजना की शुरुआत की थी। जिसके बाद करीब 24 करोड़ जनधन खाते देश भर में खोले गए थे। नियम के अनुसार इस खाते में अधिकतम 50,000 रुपये जमा करवाए जा सकते थे।