आरयू ब्यूरो, लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज एक बार फिर भाजपा सरकार को निशाने पर लिया है। अखिलेश ने कहा कि आज से हम 2024 के शुरूआती चुनावी महीनें में प्रवेश कर रहे हैं। ये चुनाव देश के लिए भाग्य निर्णायक सिद्ध होंगे। साथ ही भाजपा पर आरोप लगाते हुए अखिलेश ने कहा देश में एकाधिकारी मानसिकता के साथ भाजपा सरकार विपक्षी दलों के खिलाफ साजिश व षडयंत्र रचने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है।
यह भी पढ़ें- अखिलेश ने कहा, लोकसभा चुनाव में महंगाई-बेरोजगारी व भाजपा सरकार के अत्याचार के खिलाफ वोट करेगी जनता
सोमवार को अपने एक बयान में सपा प्रमुख ने कहा कि लोकतंत्र में सत्तापक्ष की तरह महत्वपूर्ण भूमिका विपक्ष की भी होती है, लेकिन इन दिनों तो विपक्षी नेताओं को ईडी, सीबीआइ और आईटी के माध्यम से अपमानित और प्रताड़ित करने की साजिश चल रही है। यहां तक कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव प्रणाली पर भी संकट है। मुख्यमंत्रियों तक को जेल भेजा जा रहा। विपक्षी पार्टियों के खाते सीज किए जा रहे हैं। रोज विपक्षी नेताओं को समन भेजे जे रहे हैं।
कई वर्षों से जिलों में जमे अधिकारी सत्ता पक्ष के दबाव में कर रहें काम
यूपी के पूर्व सीएम ने मीडिया से आगे कहा कि ये सब विपक्ष को चुनावी प्रक्रिया में भाग लेने से रोकने के लिए किया जा रहा है। इससे दुनिया भर में भारत की बदनामी हो रही। समाजवादी पार्टी ने चुनाव आयोग को बाकायदा लिखकर शिकायत की है कि कुछ जिलों में कई सालों से जमे अधिकारी सत्ता पक्ष के दबाव में काम करते दिखाई देते हैं। मतदाता सूची से सम्बन्धित शिकायतों को सप्रमाण दिया गया, लेकिन उस पर अपेक्षित कार्यवाही नहीं हुई।
वहीं सपा सुप्रीमो ने यह भी कहा कि चुनाव आयोग की जिम्मेदारी निष्पक्ष, पारदर्शी और स्वतंत्र चुनाव कराने की है। उसके कर्तव्य पालन से ही लोकतंत्र जीवित रह सकता है। खुले माहौल में ही विपक्ष जनता के बीच अपनी बात पहुंचा सकता है। आशा है, चुनाव आयोग अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी निभाते हुए बेलगाम सरकारी तंत्र को सक्रिय नहीं होने देगा और हमेशा की तरह लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए ढाल बनेगा।