आरयू ब्यूरो, लखनऊ। अयोध्या में रामलला के मंदिर की ओर जाने वाले राम पथ और भक्ति पथ पर लगाई गई 50 लाख रुपये से अधिक कीमत की 3,800 ‘बैम्बू लाइट’ और 36 ‘गोबो प्रोजेक्टर लाइट’ गायब होने की बात सामने आयी है। इसे लेकर यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। साथ ही तंज कसते हुए कहा कि भाजपा सरकार का मतलब अंधेर नगरी सब तरफ अंधकार।
अखिलेश ने आज सोशल मीडिया पर एक वीडियो को पोस्ट कर कहा कि अयोध्या में चोरों ने कानून-व्यवस्था की बत्ती गुल कर दी है। इसीलिए जनता तो पहले ही कह रही थी, बिन बिजली के खड़ा है खंभा। भाजपा सरकार, मतलब अंधेर नगरी सब तरफ अंधकार। साथ ही सपा सुप्रीमो ने यह भी जनता द्वारा भाजपा को नकारे जाने का दावा करते हुए कहा कि अयोध्या कहे आज का, नहीं चाहिए भाजपा।
दरअसल राम नगरी अयोध्या में मंदिर की ओर जाने वाले राम पथ और भक्ति पथ पर लगाई गई 50 लाख रुपये से अधिक कीमत लाइट चोरी की घटना सामने आई है। जिसमें बताया रहा है कि 3,800 ‘बैम्बू लाइट’ और 36 ‘गोबो प्रोजेक्टर लाइट’ चोरों ने चुरा लीं, जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कानून-व्यवस्था को लेकर हमेशा सख्त ही रहते हैं उसके बावजूद अयोध्या से इस घटना के सामने आने पर विपक्षी दल योगी सरकार पर हमलावर हैं।
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बता दें कि अयोध्या विकास प्राधिकरण द्वारा दिए गए ठेके के तहत फर्म यश एंटरप्राइजेज और कृष्णा ऑटोमोबाइल्स द्वारा रामपथ के पेड़ों पर 6,400 ‘बैम्बू लाइट’ और भक्ति पथ पर 96 ‘गोबो प्रोजेक्टर’ लाइट लगाई गई थीं। जिसमें से 3,800 ‘बैम्बू लाइट’ और 36 ‘गोबो प्रोजेक्टर लाइट’ चोरों ने चुरा लीं। हालांकि इस मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।
प्राधिकरण के इंजीनियर-ठेकेदारों ने तो नहीं कर दिया खेल!
वहीं लोग यह भी आशंका जता रहें हैं कि हो सकता है लाइटें लगाई ही नहीं गयी हों, बल्कि इंजीनियर व ठेकेदार की मिलीभगत से बड़ा खेल किया गया है। पुलिस अफसर-ठेकेदार के गठजोड़ वाले इस संभावित घोटाले को भी ध्यान में रखते हुए जांच कर रही है। दूसरी ओर दर्ज शिकायत के अनुसार यह स्वीकार किया गया कि फर्म को इस चोरी की जानकारी मई में हुई, लेकिन मुकदमा चोरी के दो महीने बाद नौ अगस्त को दर्ज कराई गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है।