आरयू ब्यूरो, लखनऊ। जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव करीब आ रहा है, वैसे-वैसे उत्तर प्रदेश में राजनीतिक दलों की सक्रियता भी बढ़ती जा रही है। कोरोना काल में धरना प्रदर्शन से परहेज करने के बाद समाजवादी पार्टी ने भी भाजपा सरकार की नीतियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर गुरुवार को सपाईयों ने राजधानी लखनऊ समेत प्रदेश भर में धरना-प्रदर्शन कर भाजपा की मोदी व योगी सरकार के खिलाफ गुस्सा निकाला।
इसी क्रम में बस्ती जिले के हर्रैया में आवास विकास परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष व मुलायम सिंह यादव यूथ ब्रिगेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष सिद्धार्थ सिंह के नेतृत्व में सपा के नेता व कार्यकर्ताओं ने पैदल मार्च निकालकर प्रदर्शन किया।
मार्च के दौरान सपाईयों ने नए कृषि कानून को वापस लेने, एमएसपी पर कानून बनाने, कानून व्यवस्था में सुधार करने समेत आम जनता व बेरोजागरों से जुड़ी 16 सूत्रीय मांगों के लिए आवाज बुलंद की। साथ ही भाजपा व मोदी-योगी सरकार के खिलाफ प्रदर्शनकारियों ने जमकर नारेबाजी भी की।
इस मौके पर सिद्धार्थ सिंह ने बीजेपी सरकार के खिलाफ रोष जाहिर करते हुए कहा कि भाजपा की सरकार में लोकतंत्र की मूल भावना का अपहरण हो गया है। जिला पंचायत अध्यक्ष और प्रमुखों के चुनाव में व्यापक मनमानी हुई।
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पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों को लेकर बीजेपी सरकार पर हमला बोलते हुए सिद्धार्थ सिंह ने कहा कि पेट्रो उत्पादों की बढती मंहगाई से लोग परेशान है, लेकिन सरकार अपने दोस्तों को फायदा पहुंचाने में लगी है। वहीं चीनी मिलों पर गन्ना किसानों का करोड़ो रूपया बाकी है, लेकिन सरकार चुप्पी साधे हैं। अब आने वाले विधानसभा चुनाव में मतदाता भाजपा के जुल्म का हिसाब करेंगे।
प्रदर्शन करने वालों में निर्मल सिंह, श्रीप्रकाश गुप्ता, रोहितास सिंह नीलू, विपुल सिंह, अमन प्रताप सिंह पंकज सिंह,राहुल सिंह बरगदवा, प्रवीण सिंह,अमित सिंह, गौरव सिंह, शिखर सिंह, अंकुर सिंह, अशोक सिंह, पप्पू सिंह, हेमन्त सिंह, अतुल सिंह, हर्षवर्धन सिंह, अमर सिंह, रोहित सिंह व राजेंद्र कुमार शामिल रहें।