आरयू इंटरनेशनल डेस्क। अल कायदा का चीफ अल जवाहिरी काबुल में अमेरिका के ड्रोन अटैक में मारा गया है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इसकी पुष्टि की है, जो बाइडेन के दावे के मुताबिक, अल कायदा चीफ अल जवाहिरी को 31 जुलाई को एयर स्ट्राइक में मार गिराया गया था। अल जवाहिरी के मारे जाने के बाद जो बाइडेन का बयान भी सामने आया है, जिसकी चर्चा हो रही है।
जो बाइडेन ने अपने बयान में कहा है कि शनिवार को मेरे निर्देशों के मुताबिक अमेरिका ने काबुल में एक एयर स्ट्राइक के जरिए अल जवाहिरी को मार गिराया है। साथ ही कहा, ‘न्याय हो चुका है, फिर चाहे कितना भी समय लगे, आप कहीं भी छिपें, अगर आप आम लोगों के लिए एक खतरा बन चुके हैं तो अमेरिका आपको छोड़ेगा नहीं। आपको कहीं से भी ढूंढ ही निकालेगा।’
बाइडेन ने कहा कि अल जवाहिरी ओसामा बिन लादेन से जुड़ा था और इन दोनों ने ही 9/11 हमले की साजिश रची थी, जिसमें कई आम अमेरिकियों की जान चली गई। मैंने अमेरिकी जनता से एक वादा किया था उसे ढूंढ निकालकर मारने का और हमने वो पूरा किया।
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बता दें कि तालिबान ने भी काबुल में अमेरिका के ड्रोन अटैक की पुष्टि की है। तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने ट्वीट कर कहा कि काबुल शहर के शेरपुर इलाके में 31 जुलाई को एक रिहायशी मकान पर हवाई हमला किया गया था।
ओसामा बिन लादेन को 11 साल पहले अमेरिका के सील कमांडोज ने पाकिस्तान के जलालाबाद में मार गिराया था। वैसे तो अल जवाहिरी कई आतंकी घटनाओं को रच चुका था, लेकिन अमेरिका ने 11 सिंतबर 2001 को वर्ल्ड ट्रेड सेंटर और पेंटागन के टावरों पर हुए हमलों में लगभग 3,000 लोग मारे जाने के बाद उसकी तलाश शुरू की थी। 2001 में अफगानिस्तान पर अमेरिका के हमले के बाद ओसामा बिन लादेन और अल जवाहिरी दोनों ही अफगानिस्तान छोड़ कर भाग गए थे।