आरयू इंटरनेशनल डेस्क। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपनी हार मानने के लिए तैयार नहीं है, इस बीच ट्रंप के समर्थकों ने अमेरिकी संसद को बंधक बना लिया। इस दौरान ट्रंप समर्थकों और सुरक्षाकर्मियों के बीच झड़प हो गई। समर्थकों को रोकने और सांसदों को बचाने के लिए सुरक्षाकर्मियों को बंदूक निकालनी पड़ी। अमेरिका के संसद परिसर में गुरुवार को हुई हिंसा की घटनाओं में एक महिला समेत कुल चार लोगों की मौत हो गई है।
वाशिंगटन डीसी पुलिस की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक महिला की मौत पुलिस की गोली से हुई है। वहीं तीन लोग गंभीर रूप से घायल हुए लोगों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। इस हिंसा में कई लोगों को चोट पहुंची है। हिंसा को देखते हुए वाशिंगटन में 15 दिन की पब्लिक इमरजेंसी की घोषणा की गई है।
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प्राप्त जानकारी के अनुसार मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हजारों समर्थक अमेरिकी कैपिटोल में घुस गए और पुलिस के साथ उनकी झड़प हुई। इस दौरान नए राष्ट्रपति के रूप में जो बाइडन के नाम पर मोहर लगाने की संवैधानिक प्रक्रिया बाधित हुई। कांग्रेस के सदस्य इलेक्टोरल कॉलेज वोटों की गिनती कर रहे थे, इसी दौरान बड़ी संख्या में ट्रंप के समर्थक सुरक्षा व्यवस्था को ध्वस्त करते हुए कैपिटोल बिल्डिंग में घुस गए।
पुलिस को इन प्रदर्शनकारियों को काबू करने में काफी मश्क्कत का सामना करना पड़ा। इन हालात में प्रतिनिध सभा और सीनेट तथा पूरे कैपिटोल को बंद कर दिया गया। उपराष्ट्रपति माइक पेंस और सांसदों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। प्रदर्शनकारियों के हमले में कई अधिकारी घायल हो गए हैं। बिगड़ते हालात के बीच राष्ट्रीय राजधानी में कर्फ्यू लगा दिया गया। लेकिन बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी कर्फ्यू का उल्लंघन करते हुए सड़कों पर उतर आए।