हाथी पर सवार हुआ बाहुबली अंसारी परिवार, बाप-बेटे समेत भाई को मिला टिकट

ansari pariwar in bsp
प्रेसवार्ता में बसपा सुप्रीमो मायावती, नसीमुद्दीन सिद्दीकी, सतीशचन्द्र मिश्रा, अफजाल अंसारी, सिबगतुल्लाह अंसारी, अब्बास अंसारी व अन्य। फोटो- आरयू

आरयू ब्‍यूरो

लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती ने आज प्रदेश कार्यालय पर प्रेसवार्ता कर बाहुबली अंसारी परिवार को बसपा में शामिल किया। बसपा में ज्‍वाइनिंग के साथ ही मुख्‍तार अंसारी को मऊ सदर, उनके बेटे अब्‍बास अंसारी को घोसी और बड़े भाई सिब्‍बगतुल्‍लाह अंसारी को गाजीपुर की मोहमदाबाद सीट से टिकट दिया गया।

इस दौरान बसपा प्रमुख ने कहा कि मुख्‍तार अंसारी कृष्‍णानन्‍द राय समेत उनके साथियों की हत्‍या के मामले में लंबे समय से जेल में हैं, लेकिन आज तक उनके विरोधी कोई सबूत नहीं पेश कर सके इस मामले की सीबीआई जांच भी हो चुकी है।

मायावती ने मुख्‍तार अंसारी के फर्जी फंसाए जाने की आशंका व्‍यक्‍त करते हुए कहा कि इस हत्‍याकांड के पहले से ही मुख्‍तार जेल में बंद थे।

अंसारी परिवार को बसपा में शामिल करने से पहले मायावती ने अपने समय के कानून-व्‍यवस्‍था की स्थिति को याद दिलाते हुए कहा कि उसके समय में आज की तरह कभी गुंडे, मफिया हावी नहीं हो पाए। जिन्‍होंने कोशिश भी की तो उनकों जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा दिया गया।

आने वाली सरकार में भी बसपा की यही नीति होगी फिर व चाहे उसके ही पार्टी के नेता ही क्‍यों न हो। अंसारी परिवार के साथ ही नौ साल से ज्‍यादा समय तक हाईकोर्ट के जज रहे सभाजीत यादव को भी उनके स‍मर्थकों के साथ मायावती ने बसपा ज्‍वाइन कराई।

राम मंदिर के नाम पर जनता को धोखा देना चाहती है भाजपा

मायावती ने प्रसवार्ता में भारतीय जनता पार्टी पर भी जमकर निशाना साधा। भाजपा के प्रदेश अध्‍यक्ष के राम मंदिर बनवाने के बयान पर कहा कि भाजपा के नेता जनता को बेवकूफ बनाते आए हैं, और आगे भी वह सिर्फ यही करना चाहते है।

इस तरह की बातें करके वह न सिर्फ आचार संहिता का उल्‍लधन कर रहे हैं, बल्कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट का भी अपमान कर रहे। उन्‍होंने उम्‍मीद जताई की चुनाव आयोग इस मामले में भाजपा के खिलाफ जरूर कड़ी कार्रवाई करेगा।

बोले अफजाल, ‘मुस्लिम विरोधी है अखिलेश, गाजीपुर से गाजियाबद तक जनता देगी जवाब’

इस दौरान मौजूद अफजाल अंसारी ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव मुस्लिम विरोधी हैं। प्रदेश के मुसलमानों के सामने उनका यह चेहरा अब बेनकाब हो चुका हैं। इसका जवाब जनता गाजीपुर से लेकर गाजियाबाद तक उनको देगी।

इसके साथ ही उन्‍होंने मुलायम सिंह यादव पर भी निशाना साधते हुए कहा कि पहले उन्‍होंने खुद ही बुलवाया था, और फिर समर्थन के लिए हमारे विधायकों के वोट हासिल किए। बाद में उन्‍होंने कौमी एकता दल को सपा में विलय करने की गुजारिश की, बाद में धोखा देते हुए मुकर गए।

अंसारी परिवार के बसपा में शामिल होते ही यह तय माना जा रहा है कि बसपा विधानसभा चुनाव में पूर्वांचल में काफी मजबूती के साथ लड़ेगी। मऊ, गाजीपुर के साथ ही वाराणसी, जौनपुर, गोरखपुर, चंदौली समेत अन्‍य जिलों में कौमी एकता दल के वोटर बड़ी संख्‍या में हैं।

जेल में रहने के दौरान वाराणसी की लोकसभा सीट पर भाजपा के कद्दावर नेता मुरली मनोहर जोशी को मुख्‍तार अंसारी द्वारा दी गई कड़ी टक्‍कर को लोग आज भी याद करते हैं। उस चुनाव में करीब दो लाख वोट पाए मुख्‍तार अंसारी को कुछ हजार वोटों से ही हार का सामना करना पड़ा था।