आरयू ब्यूरो, लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी आज मुश्किलों के दौर से गुजर रही है। एक तरफ बसपा के पुराने साथी पार्टी छोड़ रहें तो दूसरी तरफ जिला लेवल पर भी घमासान मचा हुआ है। सोमवार को बहुजन समाज पार्टी ने अनुशासन हीनता का आरोप लगा कानपुर शहर के अपने दो पूर्व जिलाध्यक्षों को पार्टी से बाहर कर दी है। बड़ी बात ये है कि इसमें से एक को कुछ दिन पहले ही जिलाध्यक्ष बनाया गया था और फिर तुरंत बाद ही हटा भी दिया गया था।
बसपा प्रमुख ने जिन दो पूर्व जिलाध्यक्षों को पार्टी से निष्कासित किया उसमें संजय गौतम और आनंद कुरील को शामिल है। दरअसल संजय गौतम को कुछ दिन पहले ही जिलाध्यक्ष बनाया गया और दो दिन बाद ही उनसे पार्टी जिलाध्यक्ष का पद छीन लिया गया था। वहीं बात करें आनंद कुरील की तो वो भी पहले पार्टी में जिलाध्यक्ष का पद संभाल चुके है।
इस संबंध में बहुजन समाज पार्टी के वर्तमान जिलाध्यक्ष कुलदीप कुमार ने बताया कि बहुजन समाज पार्टी पार्टी ने विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने और पार्टी में अनुशासन हीनता अपनाने के कारण दोनों पूर्व पदाधिकारियों को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है।
यह भी पढ़ें- भतीजे के बाद भाई आनंद कुमार को मायावती ने राष्ट्रीय समन्वयक पद से हटाया, बताई वजह
साथ ही बताया कि इनको पार्टी विरोधी गतिविधियों व पार्टी में अनुशासनहीनता अपनाने के बारे में कई बार चेतावनी भी दी जा चुकी है, लेकिन इसके बावजूद भी इनकी गतिविधियों व कार्यशैली आदि में कोई सुधार नहीं आया है, जिसकी वजह से पार्टी व मूवमेन्ट हित में आज इनको पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है।