आरयू इंटरनेशनल डेस्क।
दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए एशिया कप 2018 के फाइनल मुकाबले में शुक्रवार को भारतीय क्रिकेट टीम ने बांग्लादेश को तीन विकेट से हराकर खिताब अपने नाम कर लिया है। मैच की आखिरी गेंद पर तीन विकटों से मिली इस जीत के साथ ही टीम इंडिया सातवीं बार एशिया कप चैंपियन बनीं। भारत और बांग्लादेश के बीच खेले गए इस बड़े मुकाबले के ‘प्लेयर ऑफ दी मैच’ लिटन दास को चुना गया है।
वहीं ये दूसरा मौका है जब टीम इंडिया ने फाइनल में बागंलादेश को हराकर एशिया कप का खिताब जीता है। इससे पहले इंडियन क्रिकेट टीम ने साल 2016 में बांग्लादेश को आठ विकेट से हराकर एशिया कप का खिताब जीता था। हालांकि, वो मुकाबला 20 ओवर का था।
शुक्रवार को टॉस हारने के बाद भारत की ओर से बल्लेबाजी का न्योता मिलने पर बांग्लादेश ने शानदार शुरुआत की। हालांकि कुलदीप यादव और केदार जाधव की भारतीय स्पिन जोड़ी ने एशिया कप फाइनल में लिटन दास के शानदार (121) शतकीय पारी के बावजूद बांग्लादेश को 222 रन पर समेटकर भारतीय टीम को बड़े खतरें की ओर बढ़ने से बचा लिया।
वहीं बांग्लादेश की ओर से दिए गए मात्र 223 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया की शुरुआत निराशाजनक रही। 35 रन के स्कोर पर ही टीम इंडिया को सलामी बल्लेबाज शिखर धवन (15) के रूप में पहला झटका लगा। धवन को नजमुल हुसैन ने 5वें ओवर की चौथी गेंद पर सौम्य सरकार के हाथों कैच आउट कराकर पलेवियन का रास्ता दिखाया। इसके बाद बांग्लादेश के कप्तान मशरफे मुर्तजा ने 8वें ओवर की तीसरी गेंद पर टीम इंडिया को दूसरा झटका दिया। उन्होंने धवन के आउट होने के बाद बल्लेबाजी करने आए अंबाती रायुडू (02) को विकेटकीपर मुश्फिकुर रहीम के हाथों कैच आउट कराया।
फाइनल मुकाबला जीतने के लिए पूरी तरह से बेचैन दिख रही बांग्लादेशी टीम ने 16.4 ओवर में टीम इंडिया को सबसे बड़ा झटका दिया। रूबेल हुसैन ने कप्तान रोहित शर्मा को नजमुल हुसैन के हाथों कैच आउट कराकर चलता किया। उन्होंने 55 गेंदों में तीन चौकों और तीन छक्कों की मदद से 48 रन की पारी खेली।
इसके बाद महमुदुल्लाह ने टीम इंडिया को चौथा झटका दिया। उन्होंने दिनेश कार्तिक (37) को एलबीडब्ल्यू आउट किया। कार्तिक ने एमएस धोनी ने साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 54 रन की साझेदारी की।
लेकिन 36.1 ओवर में टीम इंडिया को एक और बड़ा झटका लगा। मुस्ताफिजुर रहमान ने मैच के बेहद अहम समय में धोनी को विकेटकीपर मुश्फिकुर रहीम के हाथों कैच आउट कराकर चलता किया। वह 67 गेंदों पर मात्र 36 रन बनाकर पवेलियन लौटे तो धोनी से बड़ी उम्मीदें करने वाले भारतीय खेमे में मायूसी छा गयी।
वहीं उसके बाद 37.6 ओवर में चोट लगने की वजह से केदार जाधव (19*) रिटायर हर्ट होकर पवेलियन लौट गए। उनकी जगह भुवनेश्वर कुमार को क्रीज पर उतारा गया। भुवनेश्वर कुमार ने शुरूआत में कुछ गेंदें खराब की, हालांकि बाद में उन्होंने छक्का लगाकर भारतीय खेमें की उम्मीदें बढ़ा दीं।
इसी दौरान 47.2 ओवर में टीम इंडिया को छठा झटका लगा। रुबेल हुसैन ने रविंद्र जडेजा (23) को विकेटकीपर रहीम के हाथों कैच आउट कराया। छठे विकेट के लिए जडेजा ने भुवनेश्वर कुमार के साथ मिलकर 45 रन की साझेदारी की।
इसके अलावा भुवनेश्वर कुमार भी 21 रन बनाकर आउट हो गए। अंतिम ओवर में जीत के लिए छह रन चाहिए थे। क्रिज पर एक बार फिर जीत के जज्बे के साथ लौट चुके केदार जाधव और कुलदीप यादव ने संयम रखते हुए मैच की अंतिम गेंद पर एशिया कप भारत की झोली में डाल दिया।
बांग्लादेश की तरफ से रुबेल हुसैन और मुस्ताफिजुर रहमान ने 2-2 विकेट झटके, जबकि इस्लाम, मुर्तजा और महमुदुल्लाह को संयुक्त रूप से 1-1 विकेट मिले। दूसरी ओर खिलाड़ियों की चोट से जूझ रही बांग्लादेशी टीम ने बेहतरीन खेल का प्रदर्शन करते हुए मजबूत शुरूआत की। दास ने 117 गेंद में 121 रन बनाकर बांग्लादेश को बेहद मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया था। दास और मेंहदी हसन मिराज (32) ने पहले विकेट के लिए 120 रन जोड़े। दास ने अपनी पारी में 12 चौके और दो छक्के लगाएं।
एक समय ऐसा लग रहा था कि बांग्लादेश की टीम बड़ा स्कोर बनाएगी, लेकिन बाद के बल्लेबाज लय कायम नहीं रख सके। लिटन और मेंहदी के अलावा सिर्फ सौम्य सरकार ही बांग्लादेश के लिए 33 रन का योगदान दे सके।
इन तीनों के अलावा बांग्लादेश के बाकी सात बल्लेबाज तो दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू सके और पूरी पारी 48.3 ओवर में सिमट गयी। इस दौरान बांग्लादेशी प्लेयरों ने कई गैर जिम्मेदाराना शॉर्ट भी लगाएं। वहीं भारतीय गेंदबाजों ने बाद में वापसी की। चाइनामैन कुलदीप ने 45 रन देकर तीन विकेट लिए, जबकि केदार ने नौ ओवर में 41 रन देकर दो विकेट चटकाएं।
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इसके अलावा आज मिराज को सलामी बल्लेबाज के तौर पर भेजना कप्तान मशरेफे मुर्तजा का मास्टरस्ट्रोक साबित हुआ। मिराज ने दास के साझेदार की भूमिका बखूबी निभाकर टीम को अच्छी शुरूआत दी। दोनों ने जसप्रीत बुमराह और भुवनेश्वर कुमार की बॉल पर चौके लगाएं। युजवेंद्र चहल को आते ही मिडविकेट पर छक्का लगाया।
भारत को पहली सफलता केदार ने 21वें ओवर में दिलायी जब मिराज उनकी गेंद पर कवर में अंबाती रायुडू को कैच दे बैठे। इमरूल कायेस (02) को चहल ने पगबाधा आउट किया। फार्म में चल रहे मुशफिकर रहीम (02) ने केदार की गेंद पर डीप मिडविकेट में कैच थमाया। एक समय पर बिना किसी नुकसान के 120 रन से बांग्लादेश का स्कोर तीन विकेट पर 137 रन हो गया।
मोहम्मद मिथुन (02) आउट होने वाले अगले बल्लेबाज थे। जडेजा ने बेहतरीन क्षेत्ररक्षण का नमूना पेश करते हुए उन्हें रन आउट किया। वहीं महमूदुल्लह ने कुलदीप की गेंद पर डीप मिडविकेट में बुमराह को कैच थमाया।
भारतीय टीम-
रोहित शर्मा (कप्तान), शिखर धवन, अंबाती रायुडु, दिनेश कार्तिक, महेंद्र सिंह धौनी (विकेटकीपर), केदार जाधव, रविंद्र जडेजा, युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह।
बांग्लादेशी टीम-
लिटन कुमार दास (विकेटकीपर), सौम्या सरकार, मोहम्मद मिथुन, मुशफिकुर रहीम, इमरुल कैस, महमुदुल्लाह, मेहंदी हसन, मशरफे बिन मुर्तजा (कप्तान), नजमुल इस्लाम रुबेल हुसैन, मुस्तफिजुर रहमान।
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An incredible end to an incredible tournament.
Read the match report👇👇https://t.co/LIpF9saxVE pic.twitter.com/oVwMO4UPoB
— ICC (@ICC) September 28, 2018
India win the Asia Cup! 👏👏
They win by three wickets off the last ball!
A fitting end to a wonderfully exciting tournament. #AsiaCup
— ICC (@ICC) September 28, 2018
He may have been on the losing side, but his 121 means that he's the Player of the Match.
Congrats Liton Das 👏👏 pic.twitter.com/LX689bWrRQ
— ICC (@ICC) September 28, 2018