आरयू इंटरनेशनल डेस्क।
टीम इंडिया ने बुधवार को एशिया कप के पांचवें मुकाबले में चिर प्रतिद्वंदी पाकिस्तान को हराकर अपने विजयी अभियान को बरकरार रखा है। इस महामुकाबले में भुवनेश्वर कुमार की अगुवाई में गेंदबाजों के जानदार प्रदर्शन और कप्तान रोहित शर्मा से मिली तेजतर्रार शुरुआत के दम पर पाकिस्तान को 126 गेंदें बाकी रहते हुए आठ विकेट से करारी शिकस्त दी। इसी के साथ भारत ने 2017 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में मिली बड़ी हार का बदला चुका लिया
भुवनेश्वर कुमार ने ( 15 रन देकर तीन), जसप्रीत बुमराह ( 23 रन देकर दो) और केदार जाधव (23 रन देकर तीन) की धारदार गेंदबाजी से भारत ने पहले बल्लेबाजी का फैसला करने वाले पाकिस्तान को 43.1 ओवर में 162 रन पर ढेर कर दिया। पाकिस्तान के केवल दो बल्लेबाज बाबर आजम (47) और शोएब मलिक (43) ही भारतीय बॉलरों के आगे टिक सके।
इसके बाद कप्तान रोहित शर्मा (52) और शिखर धवन (46) ने पहले विकेट के लिये 86 रन जोड़कर भारत को शानदार शुरुआत दिलायी। दिनेश कार्तिक (नाबाद 31) और अंबाती रायुडु (नाबाद 31) ने अपनी भूमिका बखूबी निभायी तथा भारतीय टीम ने केवल 29 ओवर में दो विकेट पर 164 रन बनाकर मैच को एकतरफा बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
यह भी पढ़ें- रोहित के नाबाद शतक की बदौलत भारत ने इंग्लैंड से जीती T-20 सीरीज
भारत की यह गेंदें शेष रहने के लिहाज से पाकिस्तान पर सबसे बड़ी जीत है। इससे पहले उसने 2006 में मुल्तान में 105 गेंदें शेष रहते हुए जीत दर्ज की थी। भारत ने इस तरह से ग्रुप ए से शीर्ष पर रहकर सुपर फोर में जगह बनायी जहां उसे रविवार को फिर से पाकिस्तान का सामना करना है।
भारतीय सलामी जोड़ी ने सतर्क शुरुआत की। पहले छह ओवर में केवल 17 रन बने। रोहित समझ गये कि अगर यह स्थिति बरकरार रही तो दबाव बढ़ता जाएगा। उन्होंने मोहम्मद आमिर पर दो चौके जड़कर हाथ खोले और फिर अगले ओवर में उस्मान खान पर दो छक्के लगाकर भारतीय समर्थकों को मदमस्त किया। भारतीय कप्तान ने हसन अली की गेंद मिडविकेट पर चार ओवर के लिये भेजकर नौवें ओवर में टीम का स्कोर 50 रन के पार पहुंचाया।
धवन ने भी हसन अली पर छक्का लगाया, जबकि रोहित ने इसी गेंदबाज के अगले ओवर में पहले छक्का और फिर चौका लगाकर 36 गेंदों पर अपना 35वां वनडे अर्धशतक पूरा किया। सरफराज ने आखिर में 14वें ओवर में लेग स्पिनर शादाब खान को गेंद सौंपी। उनकी पहली गेंद ही गुगली थी जिस पर रोहित गच्चा खाकर बोल्ड हो गये। भारतीय कप्तान ने अपनी 39 गेंदों की पारी में छह चौके और तीन छक्के लगाये।
यह भी पढ़ें- श्रीलंका को 34 रनों से हरा भारत ने अपने नाम किया अंडर 19 एशिया कप
धवन अपना अर्धशतक पूरा नहीं कर पाये। उन्होंने फहीम अशरफ की गेंद को कट करने के प्रयास में बैकवर्ड प्वाइंट पर कैच दिया। उनकी जगह क्रीज पर उतरे दिनेश कार्तिक ने छक्के से शुरुआत की।
हालांकि इसके बाद कार्तिक और रायुडु ने किसी तरह की जल्दबाजी नहीं दिखायी। लक्ष्य छोटा था और ऐसे में सहजता से रन बटोरने का उनका फैसला भी सही था। इन दोनों ने तीसरे विकेट के लिये 60 रन की अटूट साझेदारी की।
इससे पहले भुवनेश्वर शुरू से ही पाकिस्तानी टीम पर हावी हो गए, जबकि जाधव ने निचले मध्यक्रम को समेटने में अहम भूमिका निभायी। बुमराह ने निचले क्रम के बल्लेबाजों पर अपनी यार्कर का जादू चलाया तो कुलदीप यादव ने आजम का महत्वपूर्ण विकेट लिया। गेंदबाजों ने यह प्रदर्शन तब किया, जबकि बीच में कुछ कैच छूटे और आलराउंडर हार्दिक पंड्या को चोटिल होने के कारण मैदान छोड़ना पड़ा।
यह भी पढ़ें- ऑस्ट्रेलिया को हराकर ODI में टॉप पर पहुंची इंडिया, कुलदीप की हैट्रिक
भुवनेश्वर ने पहले पांच ओवर के अंदर ही पाकिस्तान के दोनों सलामी बल्लेबाजों इमाम उल हक (दो) और फखर जमां (शून्य) को पवेलियन भेजकर सरफराज अहमद का पहले बल्लेबाजी का फैसला गलत साबित करने में कसर नहीं छोड़ी।
बुमराह ने दूसरे छोर से कसी हुई गेंदबाजी करके दबाव बनाया और भुवनेश्वर ने इसका फायदा उठाकर पारी के तीसरे ओवर में ही इमाम उल हक को विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी के हाथों कैच कराया।
अपने ओवर में उन्होंने अच्छी फार्म में चल रहे फखर को मिडविकेट पर कैच देने के लिये मजबूर किया। इसके बाद आजम और मलिक ने तीसरे विकेट के लिये 82 रन की साझेदारी की। मलिक ने कुलदीप का स्वागत मिडविकेट पर छक्के से किया, लेकिन जब यह आलराउंडर 26 रन पर था तब धोनी ने उनका कैच छोड़ दिया। उस समय गेंदबाज पंड्या थे, जिन्हें पारी के 18वें और अपने पांचवें ओवर में पीठ के निचले हिस्से में तेज दर्द के कारण स्ट्रेचर पर बाहर ले जाया गया।
कुलदीप ने बाबर को गुगली पर चकमा देकर बोल्ड किया और मलिक के साथ उनकी साझेदारी तोड़ी। इस चाइनामैन गेंदबाज के अगले ओवर में मलिक को फिर से जीवनदान मिला। इस बार भुवनेश्वर ने उनका कैच छोड़ा लेकिन अंबाती रायुडु ने सीधे थ्रो पर रन आउट करके मलिक को अर्धशतक पूरा नहीं करने दिया।
पाकिस्तान ने इस बीच सरफराज (छह) का विकेट गंवाया जिन्हें जाधव ने आते ही पवेलियन की राह दिखायी। हालांकि पंड्या की जगह सबस्टिट्यूट क्षेत्ररक्षक के तौर पर मैदान पर उतरे मनीष पांडे का योगदान अहम रहा, जिन्होंने अपनी दायीं तरफ दौड़ लगाकर लांग आन पर हवा में लहराता कैच लपका।
जाधव ने इसके बाद आसिफ अली (नौ) और शादाब खान (आठ) को भी आउट करके अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। पाकिस्तान के सात विकेट 121 रन पर चले गए थे, लेकिन पुछल्ले बल्लेबाज फहीम अशरफ (22) और मोहम्मद आमिर (नाबाद 18) ने आठवें विकेट के लिये 37 रन जोड़कर स्कोर 150 रन के पार पहुंचाया। बुमराह ने अशरफ और उस्मान खान (शून्य) को आउट किया। इस बीच भुवनेश्वर ने हसन अली (01) को पवेलियन भेजा।