आरयू ब्यूरो, लखनऊ। एसटीएफ ने सोमवार को चिनहट से चार ऐसे शातिरों को दबोचा है जो एटीएम कार्ड के जरिए लोगों के बैंक खाते से लाखों रुपए उड़ा देते थे। मुखबिर की सूचना पर पकड़े गए चारों युवक मूल रूप से प्रतापगढ़ के निवासी है। एसटीएफ की टीम काफी समय से इनकी तलाश में जुटी थी। एसटीएफ के सीओ डीके शाही की टीम को इनके पास से विभिन्न बैंकों के नौ एटीएम कार्ड व स्विफ्ट डिजायर कार बरामद हुई है।
एसटीएफ के अनुसार पकड़े गए प्रतापगढ़ निवासी रवि यादव, आलोक कुमार, उमेश यादव व अमित पांडेय के खिलाफ लखनऊ, प्रतापगढ़, रायबरेली व सुल्तानपुर के विभिन्न थानों में धोखाधड़ी व अन्य अपराध से संबंधित दर्जनों मुकदमें दर्ज हैं।
पकड़े गए जालसाजों ने एसटीएफ को बताया कि लोगों का धोखे से एटीएम कार्ड बदल उनके बैंक अकाउंट से रूपये निकालने का उनका एक गिरोह है, जो कई सालों से इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे रहा है।
यह भी पढ़ें- कुश्ती लड़ते-लड़ते पैसे की लालच में बन गए मौत के सामानों के सौदागर, STF ने सात पिस्टल के साथ दबोचा तो सामने आई चौंकाने वाली बात
लोगों को शिकार बनाने के लिए वह लोग सबसे पहले एटीएम बूथ की तलाश करते थे जहां सुरक्षा कर्मी तैनात न हो और कैश निकालने वालों की भीड़ हो। यहां वह लोग ऐसे व्यक्तियों को निशाना बनाते हैं जो देखने में कम पढे़-लिखे प्रतीत होते हैं उनके पीछे खड़े हो जाते और मदद करने के बहाने अपने पास रखे क्लोन एटीएम कार्ड से उनके एटीएम कार्ड बदल लेते है तथा उस व्यक्ति के पीछे खड़े होने के दौरान पहले ही एटीएम पिन कोड देख लेते है, जिसके बाद अलग-अलग स्थानों के एटीएम से कैश निकालकर आपस में बांट लेते थे।
यह भी पढ़ें- कोआपरेटिव बैंक से 146 करोड़ के फ्रॉड में लोक भवन के सेक्शन अफसर व बैंक अधिकारी सहित STF ने पांच को दबोचा, 18 महीने की प्लॉनिंग में खर्च कर डाले थे एक करोड़
पकड़े गए जालसाजों के अनुसार आज भी वह चिनहट क्षेत्र की मल्हौर रोड स्थित एसबीआइ व एक्सिस बैंक एटीएम बूथ से पैसा निकालने आए थे तभी गिरफ्तार कर लिए गए। वह यूपी के अलावा कई अन्य राज्यों में भी इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं।