नोटबैन पर अब संसद में हुआ मोदी सरकार पर हमला

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आरयू वेब टीम।

नोटबैन को लेकर देशभर में मची अफरा-तफरी के बीच बुधवार को विपक्षियों ने मोदी सरकार पर शीतकालीन सत्र के संसद में भी जमकर हमला बोला। इस दौरान विरोधी दल के नेताओं ने कई गंभीर सवाल इस फैसले के खिलाफ खड़े किये। कांग्रेस के नेताओं का कहना था कि भाजपा ने नोटबंदी की आड़ में बड़ा घोटाला किया है, जबकि बसपा सुप्रीमो मायावती ने इस फैसले को सीधे तौर पर भाजपा को फायदा पहुंचाने वाला बताने के साथ ही एक तरीके से जनता को तकलीफ पहुंचाने वाला करार दिया। दूसरी ओर केन्‍द्र सरकार का दावा था कि पहली बार ईमानदार को सम्‍मान और बेईमान को नुकसान हो रहा है।

जनता दल यूनाईटेड के सांसद शरद यादव ने भी इस फैसले को जनविरोधी बताते हुए कहाकि जनता आखिर 50 दिन कैसे इंतजार कर सकती है। सरकार का यह फैसला पूरी तरह से फेल है। दूसरी ओर माकपा सांसद सीताराम येचुरी ने दो हजार का नोट दिखाते हुए कहाकि क्‍या देश की सारी जनता क्रेडिट कार्ड से खाना खाएगी।

मोदी बताएं आखिर किससे हैं जान का खतरा

मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए आनन्‍द शर्मा ने कहा कि नोटबंदी के फैसले से पूरे देश में नकद का संकट पैदा हो गया है। विशेषकर छोटे दुकानदार, किसान और मजदूरों को सबसे ज्‍यादा दिक्‍कत उठानी पड़ रही है। केन्‍द्र सरकार को समझना चाहिए कि किसान धोती मे क्रेडिट कार्ड रखकर नहीं चलता। प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के जान से खतरे वाले बयान पर उन्‍होंने कहा कि पीएम को किस व्‍यक्ति या संगठन से जान का खतरा है। ये कोई मामूली बात नहीं हैं, इसका खुलासा होना चाहिए। केन्‍द्र सरकार के ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने विपक्षियों को जवाब देते हुए कहा कि देश पीएम के फैसले का स्वागत कर रहा है। कांग्रेस अर्थशास्त्र में कमजोर है. पहली बार ईमानदारी को सम्मान और बेईमान को नुकसान हो रहा है। नोटबंदी की गोपनीयता से आज बेईमानों को तकलीफ हो रही है।