आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। भारत के संविधान निर्माण भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर के परिनिर्वाण पर आज उन्हें देश भर में याद किया जा रहा है। इसी क्रम में राज्यपाल राम नाईक और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत तमाम दिग्गजों ने हजरगंज इलाके में स्थित अंबेडकर प्रतिमा पर मार्ल्यापण और पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
सत्ता में आने के बाद अंबेडकर दिवस पर सरकारी छुट्टी रद्द करने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महापुरुषों के नाम पर छुट्टियों की राजनीति नहीं होनी चाहिए। इस दिन छुट्टी होने से बच्चे देश के लिए उनके योगदान को जान ही नहीं पाते इसलिए स्कूलों में छुट्टी नहीं बल्कि चर्चा होनी चाहिए, ताकि बच्चे उनसे प्रेरणा ले सकें।
योगी ने निर्देश देते हुए कहा कि सभी सरकारी दफ्तरों में बाबा साहब की तस्वीर सम्मान के साथ लगाई जाए और उनके योगदान पर चर्चा की जाए। वहीं मुख्यमंत्री ने भारत रत्न को याद करते हुए यह भी कहा कि बड़े को छोटा करने में महानता नहीं है, बल्कि छोटे को बड़ा करना ही महानता है। जिसे बाबा साहब से अर्जित किया है। उन्होंने छुआ-छूत की कुरितियां और सामाजिक बुराइयों को सहन करते हुए उच्चतम डिग्री हासिल की और संविधान का निर्माण कर सदा के लिए अमर हो गए। उनका ये योगदान भारतवासी कभी नहीं भूल सकते।
बाबा साहब पर हुए अत्याचार के बारे में बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अपने साथ हुए दुर्व्यवहार की छाया संविधान पर उन्होंने नहीं पड़ने दी। सीएम ने कहा कि 2014 में जब नरेंद्र मोदी ने सरकार बनाई तो उन्होंने उस क्षेत्र को पंचतीर्थ के रूप में विकसित किया जहां बाबा साहब ने अपने जीवन के पल गुजारे।इंग्लैंड के जिस भवन में बाबा साहब ने शिक्षा प्राप्त की थी, भारत सरकार ने उसे वहां पढ़ने जाने वाले अनुसूचित जाति जनजाति के छात्र-छात्राओं को उपलब्ध कराया।
दूसरी ओर राज्यपाल राम नाइक ने कहा कि बाबा साहब ने सबको साथ ले कर संविधान की रचना की। हमें आजादी तो मिली है, लेकिन समानता के अभाव की बात करने वाले डॉ. अंबेडकर के सपनो का भारत निर्माण करने का संकल्प लेना होगा।
यह भी पढ़ें- बीजेपी की सुनामी पर मुख्यालय में जश्न, वीडियो में देखिए योगी का अंदाज
संविधान की विशेषता के बारे में राज्यपाल ने कहा कि संविधान का अध्याय समाज को जोड़ता है। राष्ट्रपति से लेकर राज्यपाल और प्रधानमंत्री सीएम को क्या करना है। सबको संविधान के माध्यम से बताने का प्रयास किया। मैंने तो डॉ अंबेडकर को देखा है। सभी को वोट का अधिकार भी संविधान की देन है। महिलाओं को अधिकार भी संविधान ने दिलाया। पहले 21 वर्ष वोट देने की थी लेकिन अब 18 साल है। यह भी संविधान की देंन है। कार्यक्रम में योगी सरकार के तमाम मंत्री व भाजपा के वरिष्ठ नेता समेत अन्य लोग भी उपस्थित रहें।