आरयू ब्यूरो
लखनऊ। डॉ. भीमराव अम्बेडकर के 61वें परिर्निवाण दिवस पर आज उन्हें याद करते हुए बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने विरोधियों पर जमकर हमला बोला। उनके निशाने पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव खासकर रहे। इसके अलावा उन्होंने कटाक्ष शब्दों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व कांग्रेस पर भी निशाना साधा।
गोमतीनगर स्थित अम्बेडकर स्मारक में आयोजित श्रद्धांजली समारोह में सपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बबुआ में परिपक्वता की कमी है जिसके कारण वह बचकानी बातें करते हैं। बबुआ अम्बेडकर पार्क में लगी हाथियों की मूर्ती पर इस तरह का बयान देते है कि जो हाथी खड़े थे, वे खड़े हैं और जो बैठे थे, वे बैठे हैं। यह बचपना नहीं तो और क्या है। कोई बबुआ ही मुफ्त में उनके चुनाव चिन्ह हाथी का प्रचार कर सकता है। इसके साथ ही उन्होंने सवाल उठाया कि मुख्यमंत्री बताएं कि क्या जनेश्वर मिश्रा और लोहिया पार्क में लगी प्रतिमाएं स्थान बदलती है।
चुनाव में जनता पहुंचाएगी बीजेपी को चौथे नम्बर पर
बसपा सुप्रीमो ने नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि नोटबंदी का फैसला लेकर आगरा और गाजीपुर में मोदी कह रहे थे कि विरोधी रैली कैसे करेंगे। मोदी को नहीं पता कि उन्होंने खुद अपने पैर पर कुल्हाडी मार ली है। अब वह अपनी परिवर्तन रैली के लिए मारे-मारे घूम रहे हैं। रैली के लिए भाड़े की भीड़ जुटा रहे हैं। बीजेपी सरकार ने जनता को खूब सपने दिखाए थे लेकिन पूरा एक भी नहीं कर पाई।
अपने झूठ और नाकामयाबी को छिपाने के लिए मोदी ने नोटबंदी का फैसला इतनी जल्दी में लिया है, ताकि जनता उनसे कोई सवाल करने की जगह नोटबंदी में उलझ जाए। मोदी ने अपने सांसदों और अपने चहेतो का पैसा पहले ही ठीकाने लगवा दिया है। बाद में सांसदों से हिसाब मांग कर जनता को धोखा दे रहे हैं। उन्होंने जनता को जितना परेशान किया है इसका जवाब आने वाले विधान सभा चुनाव में जनता भी बीजेपी को चौथे स्थान पर पहुंचा कर देगी।
कांग्रेस के राज्य में भी दलितों और अल्पसंख्यकों पर हुआ जुल्म
मायावती ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि देश के अधिकतर राज्यों में कांग्रेस का शासन रहा है लेकिन दलितों और अल्पसंख्यकों पर जुल्म व जयादती बदस्तूर जारी रही। एससी/एसटी का कोटा पूरा नहीं होने दिया। प्रमोशन में आरक्षण का हमने प्रयास किया। कांग्रेस कई साल तक इसे लटकाए रही। किसी प्रकार राज्य सभा में बिल तो पास हो गया लेकिन बीजेपी, कांग्रेस और सपा की मिलीभगत की वजह से आज भी लोकसभा से बिल पास नही हो सका है।
मौके पर जमा भारी भीड़ से गदगद मायावती ने पार्टी कार्यकर्ताओं की तारीफ करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री आकर देखे कि यहां आई भीड़ पैसे से नहीं बुलाई गई है। कार्यक्रम के दौरान बसपा के कार्यकर्ता भी काफी अनुशासित दिखे। पिछले रैली के हादसे से सबक लेते हुए पार्टी के लोग खुद भी भीड़ पर नजर बनाए हुए थे।