लेस्बियन, गे, बाइसेक्सुअल ने लखनऊ में निकाली प्राइड वॉक, मांगा बराबरी का अधिकार

प्राइड वॉक
प्राइड वॉक निकालते ट्रांसजेंडर। (फोटो आरयू)

आरयू ब्यूरो, लखनऊ। गोमतीनगर में रविवार को सज-धजकर ट्रांसजेंडर सड़कों पर उतरे। लखनऊ में बराबरी के हक को लेकर ट्रांसजेंडर ने अंबेडकर पार्क से 1090 चौराहे तक प्राइड परेड निकाली। ये यात्रा ट्रांसजेंडर गौरव यात्रा समिति की संयोजिका प्रियंका सिंह रघुवंशी के नेतृत्व में निकाली गई। जिसमें कोई दुल्हन की तरह सजा, तो किसी ने चमकती-दमकती साड़ी पहनी, तो मॉडर्न डेस में नजर आया। जब ट्रांसजेंडरों की परेड निकली, तो राह चलते लोग भी रुक गए।

परेड की संयोजक प्रियंका रघुवंशी ने बताया कि शिव ट्रांसजेंडर फाउंडेशन और ट्रांसजेंडर गौरव यात्रा समिति की तरफ से परेड निकाली जा रही है। परेड में लेस्बियन, गे, बाइसेक्सुअल, ट्रांसजेंडर समुदाय के लोगों ने हिस्सा लिया।

समिति की संयोजिका ने मीडिया से बातचीत में कहा कि हम बहुत पिछड़े हुए हैं, उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पिछले तीन साल से हम ट्रांसजेंडर्स के हक के लिए ट्रांसजेंडर प्राइड वॉक निकालते रहे हैं।

उन्होंने कहा कि इस साल भी इस गौरव यात्रा का आयोजन किया गया है। हम बहुत पिछड़े हुए हैं, गवर्नमेंट ने ट्रांसजेंडर को एलाऊ तो किया है, लेकिन बहुत सारी जगह पर आज भी हम पीछे हैं। बहुत सारे लाभ हमारे समुदाय को नहीं मिल पा रहे हैं। हम प्राइड वॉक के माध्यम से सरकार और शासन के सामने मांग उठा रहे हैं कि हमारी तरफ ध्यान दें। साथ ही कहा कि सरकार हर समाज के लिए कुछ न कुछ कर रही है, लेकिन हमारा समाज हमेशा पीछे है। जगह-जगह राज्य सरकार ने ट्रांसजेंडर वेलफेयर बोर्ड का गठन कर रखा है तो भी उन्हें हक न के बराबर मिल रहा है।

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हमारी मुख्य मांग है कि रिजर्वेशन दिया जाए। ट्रांसजेंडर को प्रमोशन दिया जाए जिससे वह थोड़ा आगे बढ़ सकें, जो लाभ सभी वर्गों को दिया जा रहा है वह लाभ हमें भी मिले।  वोटर कार्ड, पैन कार्ड और आधार कार्ड बनवाने में आज भी हमें दिक्कत होती है। वहां पर डॉक्यूमेंट मांगे जाते हैं. हमारे पास डॉक्यूमेंट नहीं हैं। हमने अपने मां-बाप को छोड़ रखा है तो हमारे पास डॉक्यूमेंट कहां से आएं? गवर्नमेंट इन सब बातों पर ध्यान दे जिससे हम भी समाज के अन्य वर्गों के लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ सकें।

इस दौरान हर कोई ट्रांसजेंडर के अलग-अलग रंगों को देखने लगा। काफी देर तक लोग उन पर से निगाहें नहीं हटा पाए। सड़क पर लंबा जाम लग गया। वहीं ट्रांसजेंडर इन सबसे बेखबर रहे। वे बीच सड़क पर ढोल-नगाड़ों की थाप पर डांस करते रहे। झंडे लहराते रहे।

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