लखनऊ में खुला UP का पहला ट्रांसजेंडर सेल, महिला SI व चार सिपाही तैनात, पुलिस 24 घंटे सुनेगी किन्‍नरों की फरियाद

ट्रांसजेंडर सेल

आरयू ब्यूरो, लखनऊ। यूपी में करीब 20 लाख ट्रांसजेंडर हैं, जो अब कभी भी बिना झिझक अपनी परेशानी साझाकर शिकायत दर्ज करा सकेंगे। इसकी पहल गुरुवार को लखनऊ में यूपी का पहला ट्रांसजेंडर (किन्नर) सेल का उद्घाटन कर की गई है। इसे कैसरबाग कोतवाली में बनाया गया है। यहां पर ट्रांसजेंडर्स की शिकायत की सुनवाई 24 घंटे होगी। इसके लिए सेल में एक सब-इंस्पेक्टर और चार सिपाहियों को तैनात किया गया है। आज डीसीपी पश्चिम सोमेन बर्मा ने ट्रांसजेंडर्स की मौजूदगी में इसका उद्घाटन किया। इस दौरान एडीसीपी पश्चिम चिरंजीव नाथ सिन्‍हा समेत पुलिस के अन्‍य अधिकारी भी मौजूद रहें।

इस संबंध में एडीसीपी चिरंजीव नाथ सिन्हा ने बताया कि समाज के थर्ड जेंडर समुदाय को खुलकर अपनी बात रखने के लिए यह हेल्प डेस्क बनाई गई है। इस डेस्क पर शिकायत मिलते ही जांच शुरू कर पुलिस कार्रवाई करेगी। इस हेल्प डेस्क की प्रभारी महिला दरोगा संगम यादव को नियुक्त किया गया है। जिनके सहयोग के लिए चार सिपाहियों को लगाया गया है।

साथ ही कहा कि “ट्रांसजेंडर समुदाय के लोगों को सहायता देने के लिए ‘हेल्प डेस्क’ बनाई गई है। इसका उद्देश्य उन्हें एक सुरक्षित वातावरण देना है, जहां वे अपनी समस्याएं साझा कर सकते हैं और सहायता मांग सकते हैं।” साथ ही कहा कि यह हेल्प डेस्क 24 घंटे खुलेगी। किसी भी प्रकार की समस्या के निस्तारण के लिए मोबाइल नंबर 9454403857 और 7839861094 पर पीड़ित शिकायत दर्ज करा सकता है। जिसके बाद नियमानुसार कार्रवाई होगी।

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ट्रांसजेंडर हेल्प डेस्क पर थर्ड जेंडर को अपनी बात रखने का मौका मिलेगा। जहां पर वह अपनी बात बिना हिचक रख सकेंगे। साथ ही उनकी प्राइवेसी का भी ख्याल रखा जाएगा। अगर पीड़ित चाहेगा, तो फोन पर भी शिकायत कर सकेगा। इसके बाद पुलिस टीम उससे मिलकर समस्या हल करेगी। दरअसल, अभी तक ट्रांसजेंडर थाने सार्वजनिक रूप से अपनी बात रखने में हिचकते थे। इसी के चलते सरकार ने प्रदेश के सभी थानों में महिला डेस्क की तरह इसकी डेस्क बनाने के आदेश दिए हैं।

इस दौरान किन्नर सिकंदर ने कहा, ”अभी तक भीड़ में हमारी आवाज दब जाती थी। हमारे साथ होने वाले भेदभाव, अपराध को अनसुना कर दिया जाता था, हालांकि अब शिकायतों को गंभीरता से सुना भी जाएगा और कानूनी सहायता भी मिलेगी।”

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