आरयू ब्यूरो, लखनऊ। छात्र-छात्राओं के लिए राज्य स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता फरवरी में करायी जाए। साथ ही अध्यापकों के सेवारत प्रशिक्षण निष्ठा कार्यक्रम की गहनता से अनुश्रवण करते हुए और बेहतर व्यवस्था बनाने के लिए सभी अध्यापकों का प्रशिक्षण मार्च, 2020 तक पूरा करा लिया जाए।
ये निर्देश गुरुवार को निशातगंज स्थित बेसिक शिक्षा निदेशालय में समग्र शिक्षा अभियान एवं कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों के कार्यक्रमों के तहत निर्माण कार्य, समेकित शिक्षा, सामुदायिक सहभागिता, वित्त, नियोजन, अधिष्ठान की भौतिक एवं वित्तीय प्रगति की समीक्षा के दौरान बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सतीश चंद्र द्विवेदी ने अधिकारियों को दिए।
समीक्षा के बाद बेसिक शिक्षा मंत्री ने कहा कि मानव संपदा पोर्टल पर शिक्षिकाओं द्वारा प्रसूति अवकाश एवं चाइल्ड केयर लीव के लिए आवेदन किया जा रहा है, जिसका निस्तारण समय से किया जाये। अब तक लगभग 55 हजार प्रकरणों की स्वीकृति की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि अगर कहीं खण्ड शिक्षा अधिकारियों द्वारा इन आवेदनों के निस्तारण में देर किया जा रहा है तो ऐसे खण्ड शिक्षा अधिकारियों को चिन्हित कर उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
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वहीं सतीश द्विवेदी ने समस्त प्रधानाध्यापकों एवं खण्ड शिक्षा अधिकारियों को मार्च, 2020 तक टैबलेट उपलब्ध कराने के लिए निविदा प्रक्रिया पूर्ण करने के निर्देश दिये। साथ ही साढ़े चार हजार विद्यालयों में स्मार्ट क्लासेज के लिए भी निविदा प्रक्रिया मार्च, 2020 तक पूरा कराने के लिए अधिकारियों से कहा।
इस दौरान बेसिक शिक्षा मंत्री ने कहा कि मंजूर किए जा चुके निर्माण कार्यों को मार्च, 2020 तक पूरा करा लिया जाना चाहिए। वहीं कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में अवस्थापना सुविधाओं की गैप एनालिसिस के आधार पर बचे सभी काम भी मार्च तक पूरे कराकर विभिन्न स्तर पर समग्र शिक्षा के अंतर्गत खाली पदों को भी मार्च तक भरे जाने की कार्यवाही प्राथमिकता के आधार पर अधिकारी पूरी करें।
आज उन्होंने ये भी कहा कि आगामी शैक्षिक सत्र के लिए निःशुल्क किताबों की निविदा कार्यवाही पूरी करते हुए किताबें और ड्रेस छात्र-छात्राओं को अप्रैल में वितरण कराना सुनिश्चित किया जाए। इसके अलावा शिक्षा मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि विशिष्ट आवश्यकता वाले बच्चों की आवासीय शिक्षा के लिए संचालित एक्सीलरेटेड लर्निंग कैंप को भी सुदृढ़ करते हुए इन बच्चों का राज्य स्तरीय कार्यक्रम आयोजित कराया जाए।
साथ ही नवीन व्यवस्था के अंतर्गत चुने गए एकेडमिक रिसोर्स परसन्स के कामों का मूल्यांकन करते हुए प्रदेश स्तर पर एक एकेडमिक रिसोर्स परसन को पुरस्कृत किये जाने की व्यवस्था की जाए, जिसे अध्यापकों के पुरस्कार कार्यक्रम में भी शामिल किया जाए।
वहीं निर्देश देते हुए सतीश द्विवेदी ने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता एवं छात्र-छात्राओं के लर्निंग आउटकम्स में सुधार के लिए फाउण्डेशनल लर्निंग (आधारशिला) माड्यूल विकसित किया गया है। इस माड्यूल की प्रतियां समय से मुद्रित कराकर अध्यापकों को उपलब्ध कराने के साथ ही अध्यापकों को प्रशिक्षण देकर कक्षा-शिक्षण में अध्यापकों द्वारा इसका प्रयोग सुनिश्चित किया जाए।
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छात्रों के लर्निंग आउटकम्स के आंकलन के लिए द्वितीय परीक्षा फरवरी में आयोजित की जाएगी। परीक्षा के परिणामों के आधार पर स्कूल रिपोर्ट कार्ड बनेगा। इसके अलावा छात्र-छात्राओं के उपलब्धि की जानकारी अभिभावकों को प्रत्येक दशा में पहुंचाने की व्यवस्था कराने के निर्देश दिये।
बैठक में महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने समग्र शिक्षा अभियान एवं कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों के कार्यक्रमों की भौतिक एवं वित्तीय प्रगति के बारे में विस्तार से अवगत कराया। इस अवसर पर निदेशक बेसिक शिक्षा डॉ. सर्वेंद्र विक्रम बहादुर सिंह सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद रहें।