आरयू ब्यूरो, लखनऊ। बांदा जेल में बंद बाहुबलि मुख्तार अंसारी की तबियत बिगड़ने के पीछे भाई अफजाल अंसारी ने दशकों से चली रही ही दुश्मनी को वजह बताया है। आज बांदा मेडिकल कॉलेज में मुख्तार अंसारी से बातचीत कर हाल जानने के बाद अफजाल ने योगी सरकार की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा है कि बृजेश सिंह व त्रिभुवन सिंह को बचाने के लिए उनके भाई की हत्या की लगातार साजिश हो रही है।
40 दिन पहले भी मुख्तार को दिया गया था जहर
अफजाल ने बताया कि बीती 19 मार्च को भी उन्हें खाने में धीमा जहर दिया गया था, जिस बारे में वह पहले ही कोर्ट को अवगत करा चुके हैं इसके अलावा करीब 40 दिन पहले भी मुख्तार को जहरीला पदार्थ खाने में खिलाया गया था, तब भी उनकी तबियत बिगड़ी थी और जेल पहुंचे डॉक्टरों ने उन्हें 28 इंजेक्शन लगाए थे और उनकी तबियत नियंत्रण में आई थी, लेकिन आज भोर में उन्हें मेडिकल कॉलेज भेजा गया।
गवाही के बाद बृजेश त्रिभुवन का क्या हश्र होगा
अफजाल अंसारी ने मीडिया से कहा कि उसरी चट्टी कांड के मुख्य अभियुक्त माफिया बृजेश सिंह व त्रिभुवन सिंह सरकार की गोद में पल रहे हैं, उनको बचाने के लिए यह सब किया जा रहा है। इस हमले में मुख्तार अंसारी मुकदमे के वादी और बृजेश सिंह व त्रिभुवन सिंह मुख्य अभियुक्त है। मुख्तार की गवाही होने वाली है सब जानते हैं कि गवाही के बाद बृजेश त्रिभुवन का क्या हश्र होगा।
इसके अलावा दूसरी तरफ मुख्तार अंसारी के बेटे ने सुप्रीम कोर्ट में सारे तथ्य रखते हुए मुकदमे का ट्रायल स्टेट के बाहर कराने की अपील की है। जिसके बाद पूरे स्टेट की मशीनरी व अभियोजन सब बृजेश-त्रिभुवन को बचाने में लगा है। सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई में कोई आर्डर पास हो इससे पहले ही मुख्तार को रास्ते से हटाने की कोशिश हो रही है।
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साथ ही सांसद ने कहा कि मुख्तार मेडिकल कॉलेज में पहले से बहुत बेहतर हैं वह पहचान और बात कर रहें हैं, जबकि रात में वह मूर्छित अवस्था में थे। मुख्तार ने उन्हें यह भी बताया है कि 19 मार्च को जेल के रात के खाने में उन्हें कुछ जहरीली चीज खिला दी गई उसी के बाद से उनकी तबीयत बिगड़ गई। खाने के दस से 15 मिनट बाद उन्हें उल्टी महसूस होने लगी, बेचैनी बढ़ने लगी और दर्द बर्दाश्त के बाहर हो गया था, लेकिन डॉक्टरों ने जेल में ही इंजेक्शन लगाकर स्थिति कंट्रोल कर ली थी।
करोड़ों गरीबों की दुआ उनके साथ
अफजाल ने जेल प्रशासन पर गंभीर सवाल खड़े करते हुए कहा कि बीती रात स्थिति नियंत्रण के बाहर हो गई, इन लोगों ने समझा कि अब यह बचेगा नहीं, लेकिन मालिक की मर्जी और करोड़ों गरीबों की दुआ उनके साथ है और यहां दवा असर कर गई वह बच गए।
बिना वर्दी वाले बांदा पर काबिज
मेडिकल कॉलेज के हेल्थ बुलिटेन से जुड़े एक सावल के जवाब में उन्होंने कहा कि सारी स्थिति एलआइयू वालों से पूछ लीजिए। मेडिकल बुलिटेन उन्हीं का है, दवा-इलाज कैसे किया जाए सब उन्हीं कहा है, कौन आए, कौन मिले सरा सिस्टम, बिना वर्दी वाले पूरी तरह से बांदा पर काबिज है।
सीएम से कल भी करेंगे बात करने की कोशिश
वहीं अफजाल ने मीडिया को यह भी बताया कि बांदा पहुंचने से पहले उन्होंने सीएम आवास पर फोन किया था, लेकिन उनसे बात नहीं हो सकी है। बताया गया कि मुख्यमंत्री गोरखपुर में है कल आप बात करेंगे तो बात हो जाएगी तो कल मैं बात करूंगा।
जब पेशी ही नहीं हुई तो लापरवाही कैसे, सच्चाई छिपाई जा रही
वहीं आज मुख्तार का जहर देने व जेलर व डिप्टी जेलर के सस्पेंड होने के सवाल पर अफजाल अंसारी ने कहा कि पहले तो जेल प्रशासन ने इंकार किया गया था कि जहर देने का आरोप झूठा है, लेकिन झूठा आरोप है तो तीन अफसरों क्यों सस्पेंड किए गए, मीडिया ने भी चला दिया कि पेशी में लापरवाही वजह से कार्रवाई की गयी है, जबकि मुख्तार की सालों से किसी जगह पेशियां नहीं हुई है यह तो वर्चुअल पेशी होती है यह तो वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से पेशी होती है। निलंबन के पीछे यह वजह बता के सत्य छुपाने की कोशिश की गई, लेकिन जब वह जेलर और डिप्टी जेलर किसी जगह पेशी में गए ही नहीं तो लापरवाही कहां हुई, असल में सच्चाई छिपाने की कोशिश की जा रही है।