भारतीय मूल के ऋषि सुनक बनेंगे ब्रिटेन के प्रधानमंत्री, पहली बार किसी भारतवंशी को मिला ऐसा मौका, जानें इनसे जुड़ी कुछ खास बातें

ऋषि सुनक
ऋषि सुनक। (फाइल फोटो)

आरयू इंटरेनशनल डेस्‍क। दिवाली पर ब्रिटेन से एक बड़ी खबर आयी है। भारतीय मूल के ऋषि सुनक का ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री बनने का रास्‍ता आज साफ हो गया है। लिज ट्रस के इस्तीफा देने के बाद वे ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बनेंगे। ऋषि सुनक बोरिस जॉनसन की सरकार में वित्त मंत्री रह चुके हैं। कोरोना महामारी के दौरान ऋषि सुनक के कार्यों की खूब सराहना की गई थी।

ऋषि सुनक भारतीय उद्योगपति नारायण मूर्ति के दामाद हैं। करीब 42 वर्षीय सुनक का जन्म ब्रिटेन में हुआ था। भारतीय मूल के उनके पिता यशवीर सेवानिवृत्त डॉक्टर हैं जबकि, मां ऊषा सुनक फार्मासिस्ट हैं। वह यूके के पहले अश्‍वेत प्रधानमंत्री के तौर पर भी हमेशा जाने जाएंगे।

बता दें कि सुनक के दादा-दादी ब्रिटिश भारत में पैदा हुए थे, हालांकि इस समय वह स्थान पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के गुजरांवाला में है। इसलिए, ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री एक भारतीय और एक पाकिस्तानी दोनों है।

सुनक ने अपनी उम्मीदवारी की घोषणा करते हुए कहा था कि वह ‘‘देश की अर्थव्यवस्था को ठीक करने, अपनी पार्टी को एकजुट करने और देश के लिए काम करना चाहते हैं.”प्रचार अभियान में सुनक ने कहा, ‘‘मैं समस्याओं से निपटने के लिए आपसे एक अवसर मांग रहा हूं.” सामने आ रही जानकारी के अनुसार सुनक 28 अक्टूबर को प्रधानमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं।

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ऋषि पर ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था को सुधारने की बड़ी जिम्मेदारी होगी। पिछले कुछ दिनों से ब्रिटेन की राजनीतिक हालात ही खराब है जिसे स्थिर करने की भी जिम्मेदारी ऋषि सुनक की ही ऊपर होगी।

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री की रेस में उनका नाम सबसे आगे चल रहा था। इससे पहले लिज ट्रस से पीछे रहने की वजह से वह प्रधानमंत्री नहीं बन सके थे। ऋषि सुनक को 180 से ज्यादा सांसदों का समर्थन मिला।

इस बार पेनी मोरडॉन्ट समर्थन में काफी पीछे रह गई। जिसके बाद उन्होंने अपना नाम वापस ले लिया। इससे पहले बोरिस जॉनसन भी प्रधानमंत्री पद की दौड़ से बाहर हो गए थे। इसके बाद से यह तय माना जा रहा था कि ऋषि सुनक ही ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री होंगे। बोरिस जॉनसन के इस्तीफे के बाद लिज ट्रस ब्रिटेन की प्रधानमंत्री बनी थीं। हालांकि उन्होंने वादा पूरा नहीं करने पर नैतिकता दिखाते हुए  45 दिनों में ही प्रधानमंत्री जैसे बेहद महत्‍वपूर्ण पद से इस्तीफा देकर दुनिया के सामने मिसाल पेश की थी।

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