जानें रातोंरात बीजेपी ने कैसे पलटी महाराष्‍ट्र CM के कुर्सी की बाजी, कब-कब क्‍या हुआ

उलटफेर
प्रतीकात्मक फोटो।

आरयू वेब टीम। महाराष्‍ट्र सरकार बनाने की राजनीत में हुए एतिहासिक उलटफेर से पहले शुक्रवार की रात तक सबकुछ शिवसेना, कांग्रेस व एनसीपी के पक्ष में था। यहां तक कि शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को सीएम बनाने व दो डिप्‍टी सीएम पर भी फैसला हो चुका था और तीनों दल मिलकर आज सरकार बनाने का दावा पेश करने वाले थे, लेकिन अपने पैंतरों से उलटफेर करने में माहिर भाजपा को शायद किसी भी कीमत पर महाराष्‍ट्र में शिकस्‍त खाना मंजूर नहीं था।

रातोंरात बाजी पलटते हुए भाजपा ने अपने विरोधी एनसीपी के नेता अजित पवार को न सिर्फ अपने पक्ष में खड़ा कर लिया, बल्कि सिर्फ आठ घंटें में ही उन्‍हें डिप्‍टी सीएम की कुर्सी भी गिफ्ट कर दी।

आइए जानें जब बीती रात आप सो रहे थे तो भाजपा ने महाराष्‍ट्र में सरकार बनाने व महाराष्‍ट्र के सीएम की कुर्सी तक पहुंचने के लिए कैसे बढ़ाए कदम-

आज सुबह करीब आठ बजे जब देश में लोग समाचार पत्रों में कांग्रेस, शिवसेना व एनसीपी के एक होकर सरकार बनाने और सीएम पद के लिए उद्धव ठाकरे के नाम की सहमति की खबर पढ़ रहे थे, तभी समाचार एजेंसी एएनआइ ने ट्विट कर देश को चौंका दिया कि देवेंद्र फडणवीस राजभवन पहुंचकर फिर से सीएम पद की शपथ लेने जा रहे हैं। साथ ही अजित पवार उप मुख्‍यमंत्री की शपथ लेंगे।

वहीं इससे पहले शुक्रवार की रात करीब पौने 12 बजे अजित पवार और बीजेपी में डील पक्की हुई।

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रात 11:55 पर देवेंद्र फडणवीस ने बीजेपी को सूचना दी कि शपथ ग्रहण की तैयारी की जाए साथ ही शिवसेना और कांग्रेस को पता नहीं लगने पाए।

इसके बाद रात साढ़े 12 बजे राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने अपनी नई दिल्ली के लिए यात्रा कैंसिल कर दी।

रात 2:10 बजे राज्यपाल के सचिव को कहा गया कि वह तड़के 5:47 बजे राष्ट्रपति शासन हटाने की अधिसूचना जारी करें और सुबह साढ़े छह बजे शपथ ग्रहण की व्यवस्था पूरी करें।

वही रात ढाई बजे सचिव ने कहा कि वह दो घंटे में नोटिफिकेशन जारी कर देंगे और सुबह साढ़े सात बजे तक शपथ ग्रहण की व्यवस्था कर देंगे।

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इसके बाद रात पौने दो बजे बजे से लेकर शनिवार सुबह नौ बजे तक एनसीपी के अजीत पवार फडणवीस के साथ रहे और शपथ ग्रहण होने तक नहीं गए।

सुबह साढ़े पांच बजे फडणवीस और अजित पवार राजभवन पहुंचे।

सुबह 5:47 पर राष्ट्रपति शासन हटाने की अधिसूचना जारी कर दी गई, लेकिन घोषणा सुबह नौ बजे हुई।

वहीं सुबह 7:50 पर शपथ ग्रहण शुरू हो गया। जिसके बाद सुबह 8:10 इसे खबरे ने पूरे देश को जहां चौंका दिया वहीं भाजपा विरोधियों को एक बार फिर सोचने पर मजबूर कर दिया।

साथ ही सुबह 8:16 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सीएम और डिप्टी सीएम को ट्विट कर बधाई देकर विरोधियों के पसीने छ़ुड़ा दिए।

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