आरयू वेब टीम। केंद्र सरकार के अध्यादेश के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल विपक्षी पार्टियों का समर्थन जुटाने में लगे हैं। इस मामले पर अब जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अबदुल्ला का शनिवार को बयान आया है। उमर अबदुल्ला ने अरविंद केजरीवाल के समर्थन की मांग को लेकर कहा कि जब धारा 370 को खत्म किया गया था तब अरविंद केजरीवाल कहां थे। उन्होंने उस समय सरकार का समर्थन किया था और आज वे अन्य दलों से समर्थन मांग रहे हैं।
मीडिया से बात करते हुए उमर अब्दुल्ला ने कहा, ‘मैं बार-बार इन लोगों को याद दिलाता हूं कि ये लोग जरूरत पड़ने पर हमारे दरवाजे जरूर खटखटाते हैं, लेकिन 2019 में जब 370 हटाया गया तो ये लोग किधर थे।’ उन्होंने आगे कहा कि लोकतंत्र की हत्या पर ये लोग चुप रहे। सिर्फ टीएमसी, डीएमके और लेफ्ट की पार्टियों ने हमारा पूरी तरह से साथ दिया। इनके अलावा हमारा साथ किसी ने नहीं दिया।
गौरतलब है कि अध्यादेश को लेकर आप के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, बिहार के सीएम नीतीश कुमार, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, तेलंगाना के सीएम केसीआर, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के चीफ शरद पवार, यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे सहित कई नेताओं से मिल चुके हैं।
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बता दें कि केंद्र ने 19 मई को दिल्ली में ग्रुप-ए के अधिकारियों के तबादले और पोस्टिंग के लिए एक प्राधिकरण बनाने के लिए अध्यादेश जारी किया था, जिसे आप सरकार ने सेवाओं के नियंत्रण पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के साथ धोखा बताया था। सुप्रीम कोर्ट द्वारा पुलिस, सार्वजनिक व्यवस्था और भूमि को छोड़कर दिल्ली में सेवाओं का नियंत्रण निर्वाचित सरकार को सौंपे जाने के एक सप्ताह बाद यह अध्यादेश आया। यह दानिक्स कैडर के ग्रुप-ए अधिकारियों के स्थानांतरण और उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही के लिए एक राष्ट्रीय राजधानी सिविल सेवा प्राधिकरण स्थापित करना चाहता है। शीर्ष अदालत के 11 मई के फैसले से पहले दिल्ली सरकार के सभी अधिकारियों के स्थानांतरण और पोस्टिंग लेफ्टिनेंट गवर्नर के कार्यकारी नियंत्रण में थे।