आरयू ब्यूरो, लखनऊ। भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत शनिवार को एटा में किसान-मजदूरों की महापंचायत में शामिल हुए। राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि देश का किसान अपनी मांगों को लेकर एकजुटता के साथ आवाज बुलंद कर रहा, लेकिन मोदी सरकार बात सुनने को राजी नहीं है। इस दौरान संसद में हुई धक्का-मुक्की को लेकर सत्ता पक्ष पर निशाना साधते हुए पूरे घटनाक्रम की फुटेज मांगी। राकेश टिकैत ने तंज कसते हुए कहा कि राहुल गांधी इतने ताकतवर हो गए हैं कि दो सांसदों को घायल कर दिया।
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वहीं घायल सांसदों के इलाज पर सवाल उठाते हुए कहा कि उनके हर घंटे ट्रीटमेंट की अलग-अलग फोटो दिखाई जा रही, इतना सबके लिए होने लगे तो सभी को बेहतर मेडिकल फैसिलिटी मिलनी शुरू हो जाएगी। साथ ही कहा कि ये इतिहास में पहला मामला है, जब धक्का-मुक्की करके केस रजिस्टर किया गया है। इससे छवि खराब हो रही हैं। इससे संसदीय मर्यादा में गिरावट आ रही है, संसदीय मर्यादाओं का उल्लंघन हो रहा है।
‘अडानी को बचा रही सरकार’
नरेंद्र मोदी की भूमिका पर सवाल उठाते हुए भारतीय किसान यूनियन टिकैत नेता राकेश टिकैत ने कहा केंद्र सरकार अडानी को बचाने का कार्य कर रही, अडानी उन्हीं के तो आदमी हैं।” सवाल किया इस मुद्दे पर संसद चल कहां रही है, बहस कहां हों रही है, अगर विपक्ष वाले आवाज उठाये तो वे कैंसल कर देते हैं। टिकैत ने कहा कि विपक्ष अपनी बात पार्लियामेंट में नहीं कहेगा तो कहा कहेगा?
बंटोगे तो लुटोगे, आय की जगह कर्जा हुआ दुगना
वहीं किसानों के अलग-अलग संगठन बनने पर नाराजगी जाहिर करते हुए राकेश टिकैत ने कहा, “बंटोगे तो लुटोगे। राकेश टिकैत ने नरेंद्र मोदी के दावे व वादों पर निशाना साधते हुए कहा कि किसानों की आय दोगुनी तो नहीं हुई है बल्कि उन पर कर्जा दोगुना हो गया।
एमएसपी कानून बनने तक लड़ेगे
किसाना नेता ने दावा किया कि एमएसपी की गारंटी की लड़ाई वे देशभर में जब तक लड़ेंगे जब तक कानून नहीं बन जाता है। “टिकैत ने स्वामीनाथन आयोग और पंजाब सांसद की चन्नी कमेटी की हालिया दिनों पेश रिपोर्ट को लागू करने और किसान आयोग के गठन की मांग की। साथ ही कहा कि नोएडा की जेलों में बंद किसानों को जल्द छोड़ा जाए।