आरयू ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश में जन शिकायतों के निस्तारण की निगरानी को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। सरकारी विभागों में जनता की समस्याओं को हल करने में सामने आ रही अधिकारी व कर्मचारियों की लापरवाही को देखते हुए आज सीएम योगी ने कहा कि जनता की शिकायतों का निस्तारण ब्लॉक, थाना और तहसील स्तर पर ही हो जाना चाहिए। जवाबदेही तय कर लापरवाही बरतने वाले कार्मिकों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
वहीं मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को चेतावनी भरे लहजे में कहा कि राज्य सरकार जनता की समस्याओं के त्वरित और प्रभावी निस्तारण के लिए प्रतिबद्ध है और इसमें किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। लापरवाह करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
समय से उपस्थिति सुनिश्चित की जाए
रविवार को सीएम योगी ने अपने सरकारी आवास पर आयोजित बैठक में जन शिकायतों के निस्तारण के संबंध में मुख्य सचिव आरके तिवारी और पुलिस महानिदेशक हितेशचंद अवस्थी को निर्देश देते हुए ये भी कहा कि ब्लॉक, थाना और तहसील स्तर के कार्यालयों में सभी अधिकारियों-कर्मचारियों की समय से उपस्थिति सुनिश्चित की जाए। वह कार्मिक आम आदमी की समस्याओं का निस्तारण कैसे कर रहे हैं, इसकी निगरानी भी की जाए।
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ऑनलाइन प्रार्थना पत्र देने की करें व्यवस्था
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि विशेषकर जनता की अधिकतर समस्याएं इन्हीं तीन स्तरों से संबंधित होती हैं, अत: इन कार्यालयों की कार्यशैली में आमूल-चूल परिवर्तन दिखना चाहिए, ताकि जनता को राहत मिल सके। साथ ही ये भी कहा कि इन सभी कार्यालयों में ऑनलाइन प्रार्थना पत्र देने की व्यवस्था करें।
आबादी के अंदर स्थापित न होने पाएं पटाखा बनाने वाली इकाइयां
इसके अलावा सीएम ने कहा कि त्योहारों के मद्देनजर अतिरिक्त सतर्कता बरती जाए। पटाखा बनाने वाली इकाइयां किसी भी दशा में आबादी के अंदर स्थापित न होने पाएं। साथ ही ठंड के दृष्टिगत रैन बसेरों की स्थापना करते हुए उन्हें सभी सुविधाओं से युक्त किया जाए।