आरयू इन्टरनेशनल डेस्क।
आने वाले शनिवार से गोवा में शुरू होने जा रहे ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से पहले चीन के एक वरिष्ठ राजनयिक ने आज कहा कि चीन परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) में भारत की पूर्ण सदस्यता के मामले को लेकर बातचीत करने के लिए तैयार है। अपने राष्ट्रपति शी जिनपिंग की भारत यात्रा से पहले बीजिंग ने भारत के साथ अच्छे रिश्ते बनान के संकेत दिए हैं।
हालांकि चीन की ओर से हाल ही में दिए एक बयान से आतंकी मसूद अजहर पर प्रतिबंध लगाने के भारत के प्रयास को नुकसान पहुंचा है। चीन ने कटाक्ष किया था कि आतंकवाद का मुकाबला करने के नाम पर किसी को ‘राजनीतिक फायदा’ नहीं उठाना चाहिए। जबकि आतंकी मसूद अजहर के संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सदस्यों ने पिछले महीने उड़ी में सेना के कैंप और जनवरी में पठानकोट में आतंकी हमले को अंजाम दिया था। मसूद लगातार बढ़ती इन्हीं की वजह से भारत काफी समय से उसको वैश्विक आतंकी घोषित करवाने की कोशिश कर रहा है।
जबकि चीन दो बार उसके प्रयासों को नाकाम कर चुका है। एक ओर जहां चीन एनएसजी पर भारत से बातचीत करने की इच्छा जता रहा है तो वहीं दूसरी तरफ आतंकी मसूद अजहर पर बात करने को लेकर अपना पुराना रवैया अपनाता दिख रहा। अब चीन ने कहा वह एनएसजी में भारत के प्रवेश को लेकर बातचीत के लिए तैयार है, लेकिन मसूद अजहर पर पाबंदी के नाम पर किसी को राजनीतिक फायदा उठाने का विरोध करता है।