आरयू ब्यूरो, लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती ने शनिवार को अमरोहा से बीएसपी सांसद दानिश अली को पार्टी से निलंबित कर दिया है। दानिश पर बसपा विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने का आरोप लगाया गया है। जिसके जवाब में दानिश अली आरोपों का खंडन करने के साथ ही मोदी सरकार पर आज एक बार फिर निशाना साधा है। दानिश ने कहा है कि बसपा विरोधी कभी भी कोई काम नहीं किया, बल्कि उन्होंने जनविरोधी भाजपा सरकार की नीतियों का जरूर विरोध किया है और यह विरोध आगे भी जारी रहेगा।
अमरोहा सांसद ने आज शाम इस बारे में सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा कि मैंने अपनी पूरी मेहनत और लगन से बसपा को मजजबूत करने का प्रयास किया है और कभी भी किसी प्रकार का पार्टी विरोधी काम नहीं किया है। इस बात की गवाह मेरे अमरोहा क्षेत्र की जनता है। मैंने भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों का विरोध जरूर किया है और करता रहूंगा।
जनता कि संपत्तियों की लूट के खिलाफ आवाज उठायी
साथ ही कहा कि चंद पूंजीपतियों द्वारा जनता कि संपत्तियों की लूट के खिलाफ भी मैंने आवाज उठायी है और उठाता रहूंगा। क्योंकि यही सच्ची जन सेवा है। यदि ऐसा करना जुर्म है तो मैंने ये जुर्म किया है और में इसकी सजा भुगतने को तैयार हूं। मैं अमरोहा की जानता को भी आश्वस्त करना चाहता हूं की आप की सेवा में हमेशा हाजिर रहूंगा।
मायावती का शुक्रगुजार रहूंगा, आज का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण
इसके अलावा आज दानिश अली ने यह भी कहा कि मैं बहन मायावती जी का हमेशा शुक्रगुजार रहूंगा की उन्होंने मुझे बसपा का टिकट देकर लोकसभा सदस्य बनने में मदद की। बहन जी ने मुझे बसपा संसदीय दल का नेता भी बनाया। मुझे सदैव उनका असीम स्नेह और समर्थन मिला। उनका आज का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण है।