आरयू वेब टीम। बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवाती तूफान आने की संभावना को लेकर भारतीय मौसम विभाग के डीजी ने नई जानकारी देते हुए बताया कि दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी और आसपास के क्षेत्र में आज सुबह 8.30 बजे साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना है। इसके प्रभाव से आठ मई की सुबह तक इस इलाके में कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है, जबकि नौ मई के आस-पास दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी पर एक दबाव के रूप में केंद्रित होने की संभावना है।
इसके बाद बंगाल की खाड़ी के उत्तर से करीब मध्य भाग की ओर चक्रवाती तूफान के बढ़ने की प्रबल संभावना है। कम दबाव का क्षेत्र बनने के बाद तूफान के मार्ग और इसकी तीव्रता का ब्यौरा दिया जाएगा। सिस्टम लगातार निगरानी में है, स्थिति की नियमित रूप से निगरानी की जा रही है। मौसम की इस सिस्टम के कारण आठ से 12 मई के बीच अधिकांश स्थानों पर मध्यम दर्जे की बारिश होगी। आठ से 11 मई के दौरान अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा हो सकती है। दस मई को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह पर छिटपुट बारिश से लेकर भारी वर्षा होने की संभावना है।
दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी, अंडमान-निकोबार द्वीप समूह और अंडमान सागर के आसपास के क्षेत्रों में सात मई को 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है। हवा की रफ्तार 60 किलोमीटर प्रति घंटे तक भी हो सकती है।
मौसम विभाग ने कहा कि सात से नौ मई के बीच दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी में समुद्र के हालात बहुत खराब रहने की संभावना है। दस मई के बाद से दक्षिण पूर्व और आसपास एवं मध्य बंगाल की खाड़ी में मौसम बहुत खराब रहने की संभावना है। आठ और नौ मई के दौरान अंडमान सागर में हालात बहुत खराब रहने की संभावना है।
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मौसम विभाग ने सलाह दी है कि मछुआरे, छोटे जहाज, नाव और ट्रॉलर सात मई के बाद बंगाल की दक्षिण-पूर्व खाड़ी और अंडमान सागर के आसपास के क्षेत्रों में और नौ मई से बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्व और मध्य इलाके से सटे क्षेत्रों में न जाएं। जो लोग बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्व में हैं उन्हें सात मई से पहले सुरक्षित स्थानों पर लौटने की सलाह दी गई है, जो लोग बंगाल की खाड़ी के मध्य में हैं उन्हें नौ मई से पहले वापस जाने की सलाह दी गई है। दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी और मध्य खाड़ी के समुद्री क्षेत्रों में आठ से 12 मई के दौरान एवं आठ से दस मई के दौरान अंडमान सागर में शिपिंग गतिविधियों पर बंदिश लगाई गई है।