चिप से शिप तक भारत में बने, किसी पर निर्भर रहना नहीं मंजूर: प्रधानमंत्री मोदी

चिप से शिप
कार्यक्रम को संबोधित करते पीएम मोदी।

आरयू वेब टीम। ये ट्रेड शो देश को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। ‘मेक इन इंडिया’ की दिशा में हमारा लक्ष्य है कि चिप से लेकर शिप तक सभी चीजें भारत में ही बनाई जाएं। हम किसी भी चीज को लेकर दूसरों पर निर्भर नहीं रहना चाहते। उत्तर प्रदेश का यह मेगा इवेंट विकसित भारत 2047 के लक्ष्य को साकार करने में सहायक होगा। इस बार रूस इस ट्रेड शो का भागीदार देश है।

उक्त बातें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को ग्रेटर नोएडा स्थित इंडिया एक्सपो मार्ट में उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो के तीसरे संस्करण का उद्घाटन कर कही। पीएम ने अपने भाषण में कहा कि हम विकसित भारत 2047 के लक्ष्य की ओर आगे बढ़ रहे हैं। इस बार इंटरनेशनल ट्रेड शो में रूस भारत का साझेदार होगा। बदलती हुई दुनिया में जो देश जितना ज्यादा दूसरों पर निर्भर रहेगा, उसकी ग्रोथ उतनी ही कॉम्प्रोमाइज रहने वाली है। इसलिए भारत को किसी पर निर्भर रहना अब मंजूर नहीं है। भारत को आत्मनिर्भर बनाना होगा।

पीएम मोदी ने कहा, “साथियों में आपको एक उदाहरण दूंगा। आज विश्व में हमारे फिनटेक सेक्टर की बहुत चर्चा है। इस फिनटेक सेक्टर की सबसे खास बात ये है कि इसने समावेशी विकास को बहुत ताकत दी है। भारत ने ऐसे ओपन प्लेटफॉर्म बनाए, जो सबको साथ लेकर चलते हैं। यूपीआई, आधार, डीजी लॉकर, ओएनडीसी.. ये हर किसी को मौका दे रहे हैं। यानी प्लेफॉर्म पर ऑल, प्रोग्रेस फॉर ऑल। आज भारत में इसका असर हर जगह दिखाई देता है। मॉल में शॉपिंग करने वाला भी यूपीआई इस्तेमाल करता है और सड़क पर चाय बेचने वाला भी यूपीआई का इस्तेमाल करता है। हमारा एमएसएमई भी आगे बढ़ रहा है। दुनिया में आए विभिन्न अवरोधों के बीच भी आगे बढ़ रहा है। हमारा संकल्प और मंत्र है आत्मनिर्भर भारत।”

‘एक जिला, एक उत्पाद’

पवेलियन में 343 स्टॉल होंगे, जो हर जिले का प्रमुख उत्पाद प्रदर्शित करेंगे। इसमें भदोही के कालीन, फिरोजाबाद का ग्लासवर्क, मुरादाबाद का मेटलवेयर और सहारनपुर की नक्काशी जैसे हस्तशिल्प शामिल हैं। आयोजकों के अनुसार, यह पवेलियन न केवल शिल्प और हस्तकला को वैश्विक पहचान देगा, बल्कि स्टार्टअप, डिजाइनरों और अंतरराष्ट्रीय खरीदारों के लिए नेटवर्किंग और व्यापारिक अवसर भी प्रदान करेगा।

रूस-इंडिया बिजनेस डायलॉग
26 सितंबर को रूस-भारत बिजनेस डायलॉग आयोजित किया जाएगा, जिसमें उद्योगपतियों, वित्तीय संस्थानों, बीमा कंपनियों और शिक्षा क्षेत्र के प्रतिनिधि एक साझा मंच पर बातचीत करेंगे। यह मंच उत्तर प्रदेश के उद्योग और व्यापार के लिए नए अवसर खोलेगा।

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ये मेगा ट्रेड शो 25 से 29 सितंबर तक आयोजित किया जाएगा और इसमें प्रदेश की औद्योगिक, कृषि, सांस्कृतिक और नवाचार क्षमताओं को प्रदर्शित किया जाएगा। आयोजन का उद्देश्य केवल निवेश और व्यापार को बढ़ावा देना नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश को वैश्विक मंच पर स्थापित करना भी है।

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