आरयू ब्यूरो, लखनऊ/वाराणसी। मध्य प्रदेश और राजस्थान में समाजवादी पार्टी के प्रदर्शन पर पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। वाराणसी के दौरे पर पहुंचे अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में संघर्ष बड़ा है और समाजवादियों को बड़े फैसले लेने हैं। अखिलेश यादव ने कहा कि वे हार से निराश नहीं है। 2024 का लोकसभा चुनाव ‘हर घर बेरोजगार, मांगे रोजगार इसी नारे के साथ ‘लड़ा जाएगा, हालांकि इस दौरान इशारों ही इशारों में उन्होंने इंडिया गठबंधन को लेकर बड़ी बात कह दी।
सपा सुप्रीमो सोमवार को नेशनल इक्वल पार्टी के कार्यालय का उद्घाटन करने वाराणसी पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने एक जनसभा को भी संबोधित किया। अखिलेश ने आज कहा कि तीन राज्यों का परिणाम आ गया है और अहंकार भी खत्म हो गया है। मीडिया से बातचीत के दौरान पूर्व सीएम ने बिना नाम लिए कांग्रेस और बसपा पर निशाना साध दिया। मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव के बहाने उन्होंने कहा कि तीन राज्यों में परिणाम आ गया और अहंकार खत्म हो गया।
समाजवादियों का उत्तर प्रदेश में संघर्ष बड़ा है। समाजवादियों को फैसले बड़े लेने हैं। गठबंधन को लेकर कहा कि जहां से बात शुरू हुई थी, जो दल जहां मजबूत है, उसको सहयोग दूसरे दल करें। राजनीति में इस तरह के परिणाम आते रहते हैं। हम परिणाम को स्वीकार करते हैं, लड़ाई अभी लंबी है।
यह भी पढ़ें- विधानसभा में अखिलेश का योगी सरकार पर हमला, भूखे मर रहें गोवंश, अधिकारी-नेता खा जा रहें चारा
इस दौरान कांग्रेस से गठबंधन के सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा कि एमपी में गठबंधन को लेकर बात नहीं बन पाई थी। उनकी परिस्थितियां अलग थी, लोकसभा चुनाव में अलग होगी। ईवीएम को लेकर उठ रहे सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा कि हमारे यहां लैपटॉप अभी चल रहे हैं। हमको जापान और अमेरिका से सीखना चाहिए। वहां एक महीने काउंटिंग होती है, हालांकि हार के बाद अखिलेश यादव ने 2024 लोकसभा चुनाव के लिए नया नारा दिया।
उन्होंने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव ‘हर घर बेरोजगार, मांगे रोजगार’ इसी नारे के साथ लड़ा जाएगा। अखिलेश ने इस दौरान कहा कि हम सब लोग सनातन धर्म को मानने वाले हैं।
यह भी पढ़ें- राजस्थान, मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़ में खिला कमल, तेलंगाना में कांग्रेस को मिली जीत
गौरतलब है कि तीन राज्यों में कांग्रेस की हार की वजह सनातन विरोध को भी बताया जा रहा है। खुद कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने भी हार के लिए कांग्रेस का सनातन विरोधी बताया है, हालांकि अखिलेश यादव स्वामी प्रसाद मौर्य पर कुछ नहीं बोले। स्वामी प्रसाद मौर्या लगातर हिंदू देवी-देवताओं पर सवाल उठाते रहें हैं। इसको लेकर उनके खिलाफ मुकदमा तक दर्ज कराने की बात सामने आ चुकी है।