आरयू वेब टीम। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को बाढ़ प्रभावित लोगों से मुलाकात कर ढांढस बंधाई और कहा कि अगर कोई ‘‘कमी’’ पड़ी तो सरकार राहत सामग्री उपलब्ध कराएगी। यमुना नदी के निचले इलाकों के डूबने के बाद नदी के मैदानी हिस्से में रह रहे 15,000 से अधिक लोगों को विभिन्न सरकारी एजेंसियों द्वारा लगाए शिविरों में भेज दिया गया है।
केजरीवाल ने उस्मानपुर इलाके में लगाए शिविरों में रह रहे लोगों से मुलाकात की, जिसके बाद केजरीवाल ने अपने अधिकारिक ट्वीटर अकाउंट से ट्वीट कहा कि ‘‘यमुना किनारे बाढ़ से प्रभावित लोगों से मिला। अधिकतर लोगों का सामान घर में ही रह गया। अच्छी बात ये है कि अभी तक किसी जान का नुकसान नहीं हुआ। इन सभी लोगों के लिए टेंट, खाना, पानी, दवाई आदि का इंतजाम किया है। यदि कहीं कोई कमी हो तो बताएं, हम तुरंत ठीक करा देंगे।
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गौरतलब है कि यमुना बुधवार को भी खतरे के निशान से काफी ऊपर बह रही है। हालांकि, दिल्ली सरकार के अधिकारियों ने कहा कि जल का स्तर कई घंटों से 206.60 मीटर पर स्थिर है और इसके कम होने की संभावना है।
वहीं भाजपा के पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय गोयल ने केजरीवाल सरकार पर आरोप लगाया कि उनके दौरे के दौरान लोगों ने उस्मान खादर इलाके में शिविरों, शौचालयों और भोजन की अनुपलब्धता की शिकायत की। हालांकि, दिल्ली के राजस्व मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि राहत शिविरों में रह रहे लोग सरकार के प्रयासों की सराहना कर रहे हैं।
गहलोत ने ट्वीट किया, ‘‘राहत शिविरों में रह रहे लोग दिल्ली सरकार की कोशिशों की सराहना कर रहे हैं। भोजन, पानी और अन्य आवश्यक राहत सामग्री मुहैया करायी जा रही है। राजस्व विभाग के अधिकारी अन्य विभागों के समन्वय से चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं।’’