CM उद्धव ठाकरे की जनता से अपील, पटाखों के प्रदूषण से भी बढ़ सकता है कोरोना, फिर से लॉकडाउन लगाने को लेकर भी कहीं ये बातें

सड़े पत्‍ते

आरयू वेब टीम। कोरोना के बढ़ते प्रकोप व प्रदूषण की स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार को महाराष्ट्र के लोगों से अपील की कि दिवाली पर पटाखे न जलाएं। उद्धव ने आशंका जताई कि राज्‍य में फिर से कोरोना मामलों की संख्‍या बढ़ सकती है। सीएम उद्धव ने कहा कि प्रदूषण से कोरोना का असर बढ़ सकता है। अगर हवा खराब होगी तो लोग इससे और बीमार होंगे। इसलिए मेरी लोगों से अपील है कि पटाखे और अतिशबाजी चलाने की जगह मिट्टी के दीये जलाएं। दिवाली के बाद 15 दिन अहम होंगे, हमें सावधान रहना होगा ताकि फिर से लॉकडाउन लगाने की नौबत न आए।

वही मुख्यमंत्री ने कहा कि त्योहारी सीजन को देखते हुए भी थोड़ी सावधानी बरतें, भीड़ में बिना मास्क के न घूमें, क्योंकि बिना मास्क के घूमने वाला कोविड-19 का मरीज करीब 400 लोगों को संक्रमित कर सकता है। उद्धव ने कहा कि कोरोना की एक और लहर की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है, इलिए सावधान रहें और कोरोना नियमों का पालन पूरी तरह से करें।

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दिवाली के बाद स्कूल खोलने पर कर रहे विचार 

उद्धव ठाकरे ने आगे कहा कि महाराष्ट्र सरकार दिवाली के बाद स्कूल और मंदिर खोलने पर विचार कर रही है, लेकिन उससे पहले हर तरह की व्यवस्था का होना जरूरी है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने छात्रों के माता-पिता से अपील की है कि अगर उनके बच्चे की तबीयत खराब है या फिर परिवार में किसी सदस्य की तबीयत खराब है, तो वे अपने बच्चों को स्कूल में नहीं भेजें। साथ ही ये भी कहा कि जिन स्कूलों में आइसोलेशन केंद्र स्थापित किए गए थे, उन्हें बंद नहीं किया जा सकता है। स्थानीय प्रशासन को यह तय करना चाहिए कि क्या ऐसी जगहों के स्कूलों को वैकल्पिक स्थानों पर शुरू किया जा सकता है। स्कूलों को खोलने पर वहां साफ-सफाई, टीचरों की कोरोना टेस्ट आदि कई बातें हैं जिन पर ध्यान देना जरूरी है।

आलोचना झेलने के लिए तैयार

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि दिवाली के बाद मंदिर खोलने पर भी विचार कर रहे हैं। साथ ही कहा कि धार्मिक पूजा स्थलों को फिर से खोलने में जल्दीबाजी न करने के लिए उनकी आलोचना हो रही है। अगर इससे नागरिकों के अच्छे स्वास्थ्य और सुरक्षा सुनिश्चित होती है तो मैं आलोचना झेलने के लिए तैयार हूं। पूजा स्थलों पर भीड़ से बचने और शारीरिक दूरी सुनिश्चित करने के लिए काम किया जाएगा। पूजा स्थलों पर मास्क पहनना अनिवार्य होगा।

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