CM योगी की ट्रेनी अफसरों को सीख, संवाद-संवेदनशीलता से बनेंगे सफल अधिकारी

सीएम योगी
अफसरों से बात करते सीएम योगी।

आरयू ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश जैसा विशाल, विविधताओं से भरा राज्य प्रशासनिक रूप से भी अनेक चुनौतियों से जुड़ा है। ऐसे राज्य की सेवा का अवसर प्राप्त होना न केवल गौरव की बात है, बल्कि यह आपके व्यक्तित्व और दृष्टिकोण को गहराई से परखने और निखारने का भी माध्यम है। प्रशिक्षण के उपरांत प्रारंभिक पांच से छह वर्षों का व्यवहार, दृष्टिकोण और कार्यशैली आने वाले तीन-चार दशकों की दिशा तय कर देता है।

ये बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारतीय पुलिस सेवा (आइपीएस) के प्रशिक्षु अधिकारियों को सफल और प्रभावी अधिकारी बनाने के लिए ‘संवाद, संवेदनशीलता और सकारात्मकता’ की सीख दी। आइपीएस 2023 और 2024 बैच के 23 प्रशिक्षु अधिकारियों से संवाद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य के प्रशासन का महत्वपूर्ण हिस्सा बनना, बड़ी चुनौतियों से भरा है। यह चुनौतियां ही आपके व्यक्तित्व को निखारेंगी।

मुख्यमंत्री ने प्रशिक्षु अधिकारियों को संवाद, सकारात्मकता और संवेदनशीलता को कार्य संस्कृति का हिस्सा बनाने का आह्वान करते हुए कहा, “जनता से जुड़ाव और फैसलों में मेरिट को प्राथमिकता दीजिए। योगी ने एक अधिकारी के रूप में वे सभी गरीब और कमजोर वर्ग के प्रति संवेदनशील व्यवहार रखें।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों का ध्यान भूमि विवादों, पैमाइश और मेड़बंदी जैसे विषयों की ओर आकर्षित करते हुए कहा कि इनमें देरी से जनता में निराशा आती है। इन विषयों के प्रति विशेष संवेदनशीलता होनी चाहिए। “लोगों को त्वरित न्याय दिलाना आपकी कार्यशैली का हिस्सा होना चाहिए।

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साथ ही सभी को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए कहा, “आपका योगदान आने वाले समय में राज्य की नीति और जनता की नियति दोनों को प्रभावित करेगा। पूरी निष्ठा और पारदर्शिता के साथ कार्य करें।” इस अवसर पर यूपी प्रशासन एवं प्रबंधन अकादमी (उपाम) के निदेशक व्यंकटेश्‍वर लू, अपर निदेशक सुनील कुमार चौधरी सहित अन्‍य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।

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