आरयू वेब टीम। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने मंगलवार 16 दिसंबर को ऐलान किया कि गुरुवार से दिल्ली में बिना वैलिड पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल सर्टिफिकेट (पीयूसीसी) वाली गाड़ियों को पेट्रोल पंप पर फ्यूल नहीं मिलेगा। ये फैसला राजधानी में हवा की क्वालिटी के गंभीर स्तर पर पहुंचने की वजह से लिया गया है।
दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) लगातार तीन दिनों तक “गंभीर” कैटेगरी में रहने के बाद मंगलवार को “बहुत खराब” कैटेगरी में पहुंच गया। पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने दिल्ली में प्रदूषण के गंभीर मुद्दे पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर कहा, आज एक्यूआइ 363 है, जो गंभीर कैटेगरी में आता है और ये पिछले दस सालों से इसी लेवल पर बना हुआ है। पिछले साल इसी दिन एक्यूआइ 380 था। इस दौरान पर्यावरण मंत्री ने इस नाकामी के लिए पिछली सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा, “आप ने पिछले दस सालों में दिल्ली को यह समस्या दी है।
वहीं पर्यावरण मंत्री सिरसा ने आगे कहा, प्रदूषण संकट को कुछ ही महीनों में ठीक नहीं किया जा सकता। किसी भी चुनी हुई सरकार के लिए नौ से दस महीनों में एक्यूआइ कम करना नामुमकिन है। मैं दिल्ली में प्रदूषण के लिए माफी चाहता हूं। हम बेईमान आप सरकार से बेहतर काम कर रहे हैं और हमने हर दिन एक्यूआइ कम किया है। प्रदूषण की यह बीमारी हमें आम आदमी पार्टी ने दी है और हम इसे ठीक करने के लिए काम कर रहे हैं।
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मालूम हो कि दिल्ली में मंगलवार 16 दिसंबर की सुबह आठ बजे 24 घंटे का औसत एक्यूआइ 377 था, जबकि पूरे शहर में हल्का कोहरा छाया रहा। यह एक दिन पहले के बहुत घने कोहरे से कम था। सोमवार की तुलना में हवा की क्वालिटी में थोड़ा सुधार हुआ, जब शाम करीब चार बजे एक्यूआइ 427 तक पहुंच गया था। एक्यूआइ में हल्की गिरावट के बावजूद राष्ट्रीय राजधानी के बड़े हिस्सों में प्रदूषण का स्तर खतरनाक रूप से ज्यादा बना रहा। वहीं जहरीले धुएं की घनी चादर ने शहर को ढंक लिया, जिससे विजिबिलिटी बहुत कम हो गई और लोगों को परेशानी हुई।




















