आरयू वेब टीम।
अजमेर शरीफ के सालाना उर्स के मौके पर दरगाह के दीवान जैनुल आबेदीन के पीएम मोदी से पूरे देश में गोमांस पर प्रतिबंध लगाने कि मांग और तीन तलाक को इस्लाम विरोधी बताने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। यहां तक कि उन्हें अपने पद से भी हाथ धोना पड़ा गया है।
बता दें कि अजमेर शरीफ में सालाना उर्स 805वें मेले की शुरुआत में ही, दरगाह के दीवान सैयद जैनुल आबेदीन अली खान ने पीएम मोदी से पूरे देश में गोमांस बेचने, खाने और लाने ले जाने पर प्रतिबंध लगाने की मांग करते हुए कहा था कि इससे दो समुदायों के बीच नफरत पनप रही है।
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देश की शांति बनाए रखने के लिए सरकार को इस पर पूरे देश में प्रतिबंध लगाए। वह इतने पर ही नहीं रुके उन्होंने कहा कि मैं और मेरा परिवार गोमांस का सेवन त्यागने की घोषणा करता है। इसके साथ ही जैनुल ने गोमांस का सेवन न करने के लिए मुसलमानों से भी अपील की।
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सरकार भी गोहत्या और उसके मांस की बिक्री पर पूरे तरीके से प्रतिबंध लगाए साथ ही, उन्होंने ये भी कहा कि किसी भी तरह का जानवर नहीं काटा जाना चाहिए। गाय सिर्फ एक जानवर नहीं है, बल्कि हिंदुओं की आस्था का प्रतीक है। गाय और उसके वंश को बचाने के साथ ही, गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित किया जाना चाहिए।
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सैयद जैनुल ने तीन तलाक को भी इस्लाम विरोधी बताते हुए कहा था कि इस्लाम में महिलाओं को सम्मान दिया गया है। ऐसे में शरियत का गलत इस्तेमाल नहीं करना चाहिए और तीन तलाक के नाम पर महिलाओं का उत्पीड़न नहीं किया जाना चाहिए।
मीडिया में आई उनकी मांग से संबंधित खबरें चलाए जाने के बाद जैनुल के भाई अलाउद्दीन आलिमी ने उन्हें दरगार के दीवान पद से हटाने का ऐलान कर दिया है।