आरयू वेब टीम। अमेरिका से टैरिफ बढ़ाए जाने की आशंकाओं के बीच भारतीय रुपये में एतिहासिक गिरावट देखी गई है। ये डॉलर के मुकाबले 87 रुपये के पार चला गया है। भारतीय रुपये का ऐसा लेवल पहली बार देखा गया है। करेंसी बाजार की शुरुआत में डॉलर के मुकाबले रुपया 42 पैसे की गिरावट के साथ 87.06 के लेवल पर खुला था, जबकि कारोबार शरू होने के दस मिनट के भीतर ये 55 पैसे तक गिर गया है।
एक डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में अधिक गिरावट के चलते ये 87.12 रुपये प्रति डॉलर तक फिसल गया था।अमेरिका की तरफ से जो टैरिफ लगाए गए हैं उससे डॉलर को लेकर आकर्षण बढ़ जाता है। इसके विरुद्ध काम करने वाली सभी करेंसी में गिरावट देखी जाती है और आज ऐसा ही हुआ है।
बता दे कि रुपया शुरुआती कारोबार में 54 पैसे टूटकर अमेरिकी डॉलर के मुकाबले अपने सबसे निचले स्तर 87.16 पर आ गया। शुरुआती कारोबार में रुपया लगातार नीचे आ रहे हैं। रुपये की गिरावट की वजह से भारतीय आईटी कंपनियों पर असर देखा जाता है और इनमें देखा जाए तो विप्रो के शेयरों को फायदा मिलता दिख रहा है। आईटी कंपनियों को डॉलर में रेवेन्यू मिलता है तो डॉलर की मजबूती का असर देश की आईटी कंपनियों को मिल सकता है।
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शेयर बाजार के लिए भी आज का दिन खराब शुरुआत वाला रहा है। इसमें सेंसेक्स-निफ्टी बड़ी गिरावट पर खुले हैं। बीएसई का सेंसेक्स 442.02 अंक या 0.57 फीसदी की गिरावट के साथ 77,063 के लेवल पर खुला है। इसके अलावा एनएसई के निफ्टी ने 162.80 अंक या 0.69 फीसदी की गिरावट के साथ 23,319 के लेवल पर कारोबार की शुरुआत दिखाई है।
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