आरयू वेब टीम। तीन जनवरी को ईडी ने अरविंद केजरीवाल को शराब घोटाले में पूछताछ के लिए बुलाया था। इसपर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को ईडी की नोटिस पर जवाब देते हुए कहा कि भाजपा उन्हें गिरफ्तार करवाना चाहती है, ताकि वह अगामी लोकसभा चुनाव में प्रचार न कर सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरी सबसे बड़ी संपत्ति ईमानदारी है। ये लोग झूठे आरोप लगा, झूठा समन भेजकर मुझे बदनाम करना चाहते हैं। सीएम ने कहा कि वकीलों ने मुझे बताया कि ईडी ने जो समन मुझे भेजे हैं वे गैरकानूनी है।
केजरीवाल ने आगे कहा कि यह समन क्यों गैरकानूनी है, मैंने विस्तार से इसका जवाब ईडी को भेजा है, लेकिन उन्होंने मेरी एक भी बात का जवाब नहीं दिया। इसका मतलब यह है कि उनके पास मेरी बातों का जवाब नहीं है, और वे भी मानते हैं कि यह समन गैरकानूनी है। सीएम ने कहा कि क्या मुझे एक गैरकानूनी नोटिस का पालन करना चाहिए।
उन्होंने कहा यदि कानूनी रूप से सही समन आएगा तो मैं उसका पालन करूंगा। सीएम ने कहा कि इनका मकसद जांच करना तो है ही नहीं। इनका मकसद तो मुझे लोकसभा चुनाव में प्रचार करने से रोकना है। केजरीवाल ने तर्क देते हुए कहा कि इस जांच को शुरू हुए दो साल हो गए, लेकिन अब ठीक लोकसभा चुनाव से पहले मुझे समन भेजा है। इनका मकसद पूछताछ करना नहीं है, इनका मकसद पूछताछ के बहाने मुझे बुलाकर गिरफ्तार करना है ताकि मैं लोकसभा चुनाव में प्रचार न कर सकूं।
यह भी पढ़ें- ED को केजरीवाल का जवाब, राजनीति से प्रेरित है अवैध समन
सीएम ने आगे कहा, दिल्ली शराब घोटाला में पिछले दो साल में यह शब्द आपने कई बार सुना होगा। पिछले दो साल में जांच एजेंसी कई बार छापेमारी और कई लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है, लेकिन अभी तक एक पैसे का हेर फेर नहीं मिला, कहीं से एक पैसा बरामद नहीं हुआ। यदि भ्रष्टाचार वास्तव में हुआ है तो इतने करोड़ों रुपए गए कहां। उन्होंने कहा कि सच्चाई यह है कि किसी तरह का कोई भ्रष्टाचार हुआ ही नहीं है, अगर होता तो पैसा भी मिलता। उन्होंने कहा कि ऐसे फर्जी मामले में इन्होंने आम आदमी पार्टी के कई नेताओं को जेल में रखा हुआ है, किसी के खिलाफ कोई सबूत नहीं है।