आरयू वेब टीम। खुद को प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) का अधिकारी बता शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक करने वाले को पुलिस ने गिरफ्तार किया। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर प्रशासन की ‘चूक’ पर सवाल उठाए हैं। साथ ही कहा कि ये एक बहुत ही गंभीर मामला है। जम्मू-कश्मीर एक संवेदनशील क्षेत्र है। ऐसी चूक कैसे हो सकती है? यह एलजी प्रशासन के लिए एक बड़ी शर्मिंदगी है।
नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख ने संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि उपराज्यपाल प्रशासन को किरण पटेल को सुविधाएं देने से पहले अच्छी तरह से जांच करनी चाहिए थी। उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए जाने चाहिए। जवाबदेही तय की जानी चाहिए और उन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए जिन्होंने कॉनमैन को सुरक्षा कवर और अन्य सुविधाएं प्रदान की गई।
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बता दें कि श्रीनगर में पुलिस ने खुद को पीएमओ का अफसर बताने वाले गुजराती ठग को गिरफ्तार किया है। इस ठग का नाम किरन भाई पटेल है। गुजरात के रहने वाले इस ठग का ऐसा जलवा था कि उसे कश्मीर दौरे में जेड प्लस सिक्योरिटी मिली। वो मजे से बुलेटप्रूफ गाड़ियों पर बकायदा घूमा करता था। अधिकारियों के साथ जाकर कई मीटिंग भी की और फाइव स्टार होटल्स में रुकता और इसी बहाने जम्मू-कश्मीर के लोगों को ठग रहा था। उनसे पैसे भी वसूल कर रहा था, लेकिन जब सुरक्षा एजेंसियों को इसकी भनक लगी तो उन्होंने पुलिस को इसकी जानकारी दी और फिर पुलिस ने इस ठग को गिरफ्तार कर लिया।