नाम बदल प्राथमिक विद्यालय में पढ़ाने वाले फर्जी शिक्षक को यूपी STF ने किया गिरफ्तार तो सामने आई ये बात

फर्जी शिक्षक
पकड़ा गया फर्जी शिक्षक।

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। सरकारी स्‍कूलों में फर्जी शिक्षकों के मिलने का क्रम जारी है। यूपी एसटीएफ ने बुधवार दोपहर एक बार फिर प्राथमिक विद्यालय में पढ़ा रहे फर्जी शिक्षक को धर दबोचा। शिक्षक दूसरे के दस्‍तावेज के आधार पर नाम बदलकर नौकरी कर रहा था। एसटीएफ को इसकी भनक लगने पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। पकड़े गए फर्जी शिक्षक की पहचान बलिया जिले के गड़वार थाना क्षेत्र के मठगैन गांव निवासी ज्ञान प्रकाश अतिश के रूप में हुई है।

एसटीएफ ने आरोपित के पास से एक पैन कार्ड की फोटो प्रति, नान्तरण प्रमाण पत्र की फोटो प्रति, परिवार रजिस्टर की छायाप्रति, ज्ञान प्रकाश अतिश के नाम से शैक्षिक दस्तावेजों की फोटो प्रति, दो मोबाइल फोन व 260 रुपए बरामद किए हैं। एसटीएफ ने आगे की कार्रवाई के लिए फर्जी शिक्षक को रसड़ा पुलिस को सौंप दिया है, जहां उसके खिलाफ पुलिस ने आइपीसी की धारा 419/420/467/468/471 के तहत मुकदमा दर्ज करते हुए कोर्ट में पेश करने की तैयारी में लगी थी।

अधिकारियों ने बताया कि पिछले कुछ समय से यूपी बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी अध्यापकों के नियुक्ति में फर्जीवाड़ा कर शैक्षिक प्रमाण पत्रों और पैन कार्ड का कूटरचित ढंग से इस्तेमाल कर दूसरे के नाम पर नौकरी करने वालों की यूपी एसटीएफ को सूचना मिल रही थी। इस पर एसटीएफ की विभिन्न टीमों को जांच के लिए लगाया गया था, जिसके अनुपालन में लाल प्रताप सिंह, पुलिस उपाधीक्षक के पर्यवेक्षण व इंस्‍पेक्‍टर सत्य प्रकाश सिंह के नेतृत्व में हेड कांस्‍टेबल यशवंत सिंह व आशुतोष तिवारी समेत अन्‍य की टीम सूचना जुटा रही थी।

यह भी पढ़ें- बलिया में अंग्रेजी का पेपर लीक करने वाला मास्टरमाइंड गिरफ्तार

जिसके क्रम में बेसिक शिक्षा अधिकारी बलिया कार्यालय से शिक्षकों के बारे में अभिलेख प्राप्त किये गये तथा अन्य स्रोतों से पता चला कि जय प्रकाश यादव सहायक अध्यापक प्राथमिक विद्यालय कुरेम रसड़ा, बलिया में नौकरी कर रहा, जिसका वास्तविक नाम ज्ञान प्रकाश अतिश है, जो जय प्रकाश यादव निवासी ग्राम श्रीनगर, थाना सलेमपुर, जनपद देवरिया के शैक्षिक दस्तावेज के आधार पर नौकरी कर रहा है। इस सूचना पर आज दोपहर फर्जी ढ़ग से नौकरी करने वाले ज्ञान प्रकाश अतिश को बीआरसी कार्यालय पकवाइनार गेट के पास जनपद बलिया से गिरफ्तार किया गया।

पूछताछ में ज्ञान प्रकाश ने एसटीएफ को बताया कि उसका वास्तविक नाम ज्ञान प्रकाश अतिश थाना गड़वार, जनपद बलिया का निवासी। उसने हाईस्कूल की परीक्षा साल 2006 में बाल विद्या भवन हायर सेकेण्ड्री स्कूल रतसर, बलिया से व साल 2008 में इण्टरमीडिएट की परीक्षा रामदाश इंटर कालेज से पास की है। इसके अलावा स्नातक की परीक्षा किसान स्नातकोत्तर महाविद्यालय, रकसा, गड़वार बलिया से उत्तीर्ण किया है।

यह भी पढ़ें- अब गोरखपुर में पकड़ा गया फर्जी शिक्षक, पांच लाख देकर सिद्धार्थनगर के माध्‍यमिक विद्यालय में कराई थी तैनाती

उसने अपनी नौकरी के लिये दस्तावेज खुद और राजू यादव पुत्र रामरतन यादव साकिन रकसा, रतसई, बलिया ने उपलब्ध कराये थे। राजू यादव ने ही शैक्षिक दस्तावेज जय प्रकाश यादव के नाम का उपलब्ध कराया था। फिर इन लोगों द्वारा बीए के अंक पत्र में हेर-फेर की कूटरचना करके वह सहायक अध्यापक के पद पर नियुक्‍त हुआ था।